कांचनार गुग्गुल क्या है?जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है कांचनार से बनी गुग्गुल वाली औषधि, जो काले रंग की गोली या टेबलेट के रूप में मिलती है.कांचनार…
यह एक क्लासिकल आयुर्वेदिक मेडिसिन है जो ख़ासकर महिलाओं के रोग ल्यूकोरिया में इस्तेमाल की जाती है. सफ़ेद प्रदर, रक्त प्रदर, धात गिरना या सफ़ेद पानी-लाल पानी आना, एक्सेस ब्लीडिंग,…
यह एक क्लासिकल आयुर्वेदिक मेडिसिन है जिसका मेन Ingredients कौंच बीज होता है. यह एक बेहतरीन यौन शक्तिवर्धक टॉनिक है जिसके इस्तेमाल से शीघ्रपतन, इरेक्टाइल डिसफंक्शन, धातुक्षीणता, नपुंसकता, वीर्य विकार…
इसे तालिसादी चूर्ण, तालिसादी चूर्णम, तालिसादी पाउडर और तालिसपत्रादि चूर्ण के नाम से भी जाना जाता है. तालिसादी चूर्ण क्लासिकल आयुर्वेदिक मेडिसिन है जो कफ़, खाँसी और सर्दी जुकाम जैसे…
हिमकोस्पाज़ आयुर्वेदिक दवा है जिसके इस्तेमाल से पेट दर्द, गैस, कोलाइटिस जैसे पाचन सम्बन्धी पेट के रोग दूर होते हैं. तो आईये जानते हैं हिमालया हिमकोस्पाज़ का कम्पोजीशन, फ़ायदे और…
मर्दाना कमज़ोरी दूर करने के लिए घरेलु नुस्खे के तौर पर क्या-क्या इस्तेमाल करना चाहिए? आप सभी लोग जानते ही हैं कि इसके लिए आयुर्वेद में कई सारी जड़ी बूटियाँ…
बलारिष्ट क्लासिकल आयुर्वेदिक मेडिसिन है जो रिष्ट या सिरप के रूप में होती है, इसके इस्तेमाल से बल बढ़ता है और वात रोगों को दूर करती है. कमज़ोरी, आमवात, जोड़ों…
सिद्ध योग संग्रह का यह नुस्खा ज़्यादा पॉपुलर नहीं है पर आयुर्वेदिक डॉक्टर इसका इस्तेमाल करते हैं, इसके इस्तेमाल से अस्थमा, खाँसी, न्योमोनिया, Paralysis, वात रोग, Influenza, Convulsion, हिस्टीरिया जैसे…
गुलकंद को आयुर्वेद के साथ साथ यूनानी चिकित्सा पद्धति में भी इस्तेमाल किया जाता है. ताज़े गुलाब की पंखुड़ीयों को शक्कर के साथ मसलकर काँच के जार में कुछ दिन…
रास्नादि गुग्गुल एक शास्त्रीय आयुर्वेदिक औषधि है जो वात विकारों को दूर करती है, इसके इस्तेमाल से आमवात, गठिया, साइटिका, जोड़ों का दर्द, संधिवात, हाथ-पैर की अंगुलियाँ टेढ़ी-मेढ़ी हो जाना…