Udar Mahayog | उदर महायोग- वैद्य जी की डायरी



वैद्य जी की डायरी में आज एक बहुत ही स्पेशल योग बताने वाला हूँ जो पेट की बीमारियों के लिए बेजोड़ है और रामबाण की तरह काम करता है, जिसका नाम है उदर महायोग. तो आईये जानते हैं इस योग के गुण, निर्माण विधि और प्रयोग के बारे में विस्तार से – 


पेट के रोगों के लिए आयुर्वेद में कई तरह के योग भरे पड़े हैं जिसे आप सभी जानते हैं. आज जो औषधि बता रहा हूँ इसका कॉम्बिनेशन बड़ा ही बेजोड़ है जो उदर विकारों में बेहतरीन रिजल्ट देता है. 


उदर महायोग का के घटक या कम्पोजीशन – 


इस योग को बनाने के लिए चाहिए होगा प्रवाल पंचामृत रस मोती युक्त(न.1) 5 ग्राम, वृहत लोकनाथ रस 5 ग्राम और कासीस गोदन्ती भस्म 5 ग्राम


निर्माण विधि – सबसे पहले वृहत लोकनाथ रस को खरल कर लें इसके बाद दूसरी औषधियों को अच्छी तरह मिक्स खरल में डालकर तीन घन्टे तक घुटाई कर लें. मर्दनम गुणवर्धनम के अनुसार जितना ज़्यादा घुटाई होगी, उतनी ज़्यादा प्रभावशाली औषधि होती है. 


उदर महायोग की मात्रा और सेवन विधि – 


250 mg सुबह-शाम शहद में मिक्स कर चाट लें और ऊपर से 4 स्पून कुमार्यासव आधा कप पानी में मिक्स कर पीना चाहिए भोजन के बाद. 


उदर महायोग के फ़ायदे –


इसके फ़ायदों की बात करें तो यह पाचन तंत्र की बीमारियों के लिए बेहद असरदार है जैसे – पाचक पित्त विकृति, पेट की जलन, एसिडिटी, हाइपर एसिडिटी, लिवर-स्प्लीन का बढ़ जाना, लिवर की हर तरह की प्रॉब्लम, गैस, गुल्म या गोला बनना, कब्ज़, दस्त, IBS या संग्रहणी, खून की कमी, कमज़ोरी शारीरिक दुर्बलता इत्यादि.


Digestive system में कहीं की ग्रंथि या सिस्ट होना, फुफ्फुस ग्रंथी और कैंसर तक में इस से लाभ होता है. 


कुल मिलाकर बस समझ लीजिये कि पेट की बीमारियों के लिए यह अमृत तुल्य लाभकारी है. इसके इस्तेमाल से पेट की बीमारी तो दूर होती ही है साथ ही कमज़ोरी दूर होकर चेहरा खिल जाता है. 


प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सक और वैद्यगण रोगियों पर इसका प्रयोग कराएँ और फिर रिजल्ट देखें. 15 सालों से अधीक समय से सफलतापूर्वक हमारे यहाँ इसका प्रयोग किया जा रहा है. 


उदर महायोग का एक महीने का डोज़ 60 मात्रा बना बनाया अब अवेलेबल है हमारे स्टोर lakhaipur.in पर जिसका लिंक दिया गया है जहाँ से आप ऑनलाइन आर्डर कर मंगा सकते हैं. 

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