आज की जानकारी है आयुर्वेदिक औषधि तक्रारिष्ट के बारे में. यह पेट की बीमारियों में प्रयोग की जाती है. आईये जानते हैं कि तक्रारिष्ट क्या है? इसके घटक, निर्माण विधि और गुण-धर्म के बारे में विस्तार से –
तक्रारिष्ट
जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है इसका मुख्य घटक तक्र या छाछ है जिसे अंग्रेज़ी में बटर मिल्क के नाम से जाना जाता है.
आयुर्वेदिक ग्रन्थ चरक संहिता और भैषज्य रत्नावली में इसका वर्णन मिलता है.
तक्रारिष्ट के घटक या कम्पोजीशन
भैषज्य रत्नावली के अनुसार इसके कम्पोजीशन की बात करें तो इसे बनाने के लिए चाहिए होता है
देशी गाय के दूध से बना हुआ तक्र या छाछ 3 लीटर, अजवायन, आँवला, हर्रे और काली मिर्च प्रत्येक 150 ग्राम और पंच नमक 250 ग्राम
तक्रारिष्ट निर्माण विधि
सभी चीज़ को मिक्स कर मिट्टी के घड़े में कपड़े से मुँह बंद कर 21 दिनों तक धुप में रखने के बाद छानकर काँच की बोतल में रख लिया जाता है. इसे ही तक्रारिष्ट और तक्रासव भी कहते हैं.
तक्रारिष्ट के गुण
यह भूख बढ़ाने वाला, पाचक, आम-पाचक, ग्राही या मल बाँधने वाला और कफ़ वात नाशक है
तक्रारिष्ट के फ़ायदे
दस्त, डायरिया, ग्रहणी, IBS, अर्श या बवासीर जैसे रोगों में बेहद असरदार है.
अपच, भूख नहीं लगना, अफारा, पेट का भारीपन, आँतों की कमज़ोरी जैसे समस्त उदर रोगों में लाभकारी है.
तक्रारिष्ट की मात्रा और सेवन विधि
10 से 20 ml तक रोज़ दो से तीन बार तक बराबर मात्रा में पानी मिलाकर स्थानीय वैद्य जी के निर्देशानुसार
छोटे बच्चों को इसे न दें और प्रेगनेंसी में इसका सेवन नहीं करना चाहिए. अधीक मात्रा में भी सेवन न करें.