विडंगारिष्ट, पेट के कीड़ों की आयुर्वेदिक औषधि | Vidangarishta Benefits & Usage in Hindi



विडंगारिष्ट वर्म्स या पेट के हर तरह के कीड़ों के लिए इस्तेमाल की जाती है. यह न सिर्फ पेट के कीड़ों को दूर करती है बल्कि दुबारा पेट में कीड़े होने से भी बचाती है, इसके अलावा अबसेस, भगंदर, पेट फूलना, भूख न लग्न, प्रमेह, पत्थरी, प्रोस्टेट और मूत्र रोगों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. तो आईये जानते हैं विडंगारिष्ट का कम्पोजीशन, फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल – 


जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है विडंग या वायविडंग इसका मुख्य घटक है. वायविडंग को भाभरिंग और अंग्रेज़ी में False Black Pepper और (एम्ब्लिका राइब्स) Embelica Ribes भी कहा जाता है, कृमिनाशक गुणों के कारण वायविडंग को आयुर्वेद और यूनानी में भी इस्तेमाल किया जाता है. सबसे पहले जान लेंते हैं 


विडंगारिष्ट का कम्पोजीशन-


इसमें वायविडंग, पिप्प्लामुल, रास्ना, कूड़े की छाल, इन्द्रजौ, पाठा, इलायची, आँवला,त्रिकटु, धातकी, दालचीनी, तेजपात, फूल प्रियंगु, कांचनार, लोध्र और शहद का मिश्रण होता है, इसे आयुर्वेदिक प्रोसेस आसव-अरिष्ट निर्माण विधि से रिष्ट या सिरप बनाया जाता है. 


विडंगारिष्ट के गुणों की बात करें तो यह कफ़ दोष पर असर करती है और वात को बैलेंस करती है, यह कृमिनाशक(Anthelmintic), शूलनाशक, पाचक और क्षुदावर्धक यानि भूख बढ़ाने वाले गुणों से भरपूर है.  





विडंगारिष्ट के फ़ायदे- 


जैसा की शुरू में ही बताया गया यह पेट के कीड़ों की बेहतरीन दवा है, पेट के हर तरह के कीड़े जैसे Round worm, Tape worm, Hook worm जैसे परजीवियों को दूर करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है. 


यह पेट के कीड़ों को दूर कर देती है और दुबारा कीड़े होने से बचाती है, भूख को बढ़ाकर पाचन शक्ति को ठीक करती है. 


इसके अलावा Abscess, भगंदर, किडनी की पत्थरी, प्रोस्टेट और मूत्र विकारों में भी आयुर्वेदिक डॉक्टर दूसरी दवाओं के साथ इसका इस्तेमाल करते हैं. 





विडंगारिष्ट की मात्रा और सेवन विधि- 


15 से 30 ML तक दिन में दो बार भोजन के बाद बराबर मात्रा में पानी मिलाकर लेना चाहिए. यह व्यस्क व्यक्ति की मात्रा है, पांच साल से ज़्यादा उम्र के बच्चों को पाँच से दस ML तक दे सकते हैं. 


विडंगारिष्ट पूरी तरह से सुरक्षित दवा है, किसी तरह का कोई भी साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है, पूरा लाभ के लिए एक से तीन महिना तक यूज़ कर सकते हैं. आयुर्वेदिक दवा दुकान में यह मिल जाता है. विडंगारिष्ट की तरह विडंगासव भी होता है, दोनों के फ़ायदे एक जैसे ही होते हैं. 


WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *