पंचनिम्ब चूर्ण के फ़ायदे, चर्म रोगों की आयुर्वेदिक दवा | Panchnimba Churna For Skin Problem

पंचनिम्ब चूर्ण शास्त्रीय आयुर्वेदिक दवा है जो छोटे मोटे चर्म रोगों से लेकर कुष्ठ रोग तक में इस्तेमाल की जाती है

इसमें नीम के पांचों अंगों के अलावा कई तरह की रक्त शोधक जड़ी बूटियां मिलायी जाती हैं

यह एक बेहतरीन रक्त शोधक यानि खून साफ़ करने वाली दवा है, शरीर से विषाक्त तत्वों को निकालती है जिस से त्वचा विकार या स्किन पर होने वाले हर तरह के प्रॉब्लम दूर होते हैं चाहे किल मुहांसे हों या दाद, एक्जिमा या कुष्ठ व्याधि

पंचनिम्ब चूर्ण में नीम के पांचों भाग जैसे नीम की छाल, पत्ती, जड़, फुल और फल मिलाये जाते हैं, इसके अलावा इसमें त्रिफला, त्रिकटु, ब्राह्मी, गोखुरू, भल्लातक, चित्रक, विडंग, वराहिकंद, लौह चूर्ण, गिलोय, हल्दी, दारू हल्दी, बाकुची, अमलतास, कुठ, इंद्रा जौ, पाठा के अलावा खदिर, आसन, नीम, भृंगराज और पंचनीम के क्वाथ की भावना देखर इसे बनाया जाता है



पंचनिम्ब चूर्ण के फ़ायदे – 

यह एक बेहतरीन आयुर्वेदिक खून साफ़ करने वाली दवा है, त्रिदोष को बैलेंस करती है

इसके इस्तेमाल से किल, मुहांसे, ज़ख्म, फोड़े-फुंसी, दाद, खाज-खुजली, एक्जिमा, पित्ती, कुष्ठ जैसे हर तरह के त्वचा विकार या स्किन प्रॉब्लम दूर होते हैं

पंचनिम्ब चूर्ण के इस्तेमाल से कब्ज़ दूर होती है, कृमिनाशक भी है जिस से पेट के कीड़े समाप्त हो जाते हैं

शरीर की गन्दगी को दूर कर देती है और त्वचा में निखार लाती है

जीवाणु संक्रमण या बैक्टीरियल इन्फेक्शन को दूर करती है

कुल मिलाकर देखा जाये तो भैषज्य रत्नावली यह नुस्खा खून की गन्दगी को दूर करने और हर तरह के चर्म रोगों में लाभकारी है



पंचनिम्ब चूर्ण की मात्रा और सेवन विधि-

इसे 1 से 2 चम्मच तक यानि 3 से 6 ग्राम तक दिन में दो बार पानी या शहद के साथ लिया जा सकता है

हर तरह के चर्म रोगों में इसके साथ महा मंजिष्ठारिष्ट और कैशोर गुगुल लेने से जल्दी लाभ मिलता है

पंचनिम्ब चूर्ण को आयुर्वेदिक मेडिकल से या ऑनलाइन ख़रीदा जा सकता है. पंचनिम्बादी चूर्ण न मिले तो निम्बादी चूर्ण प्रयोग किया जा सकता है या फिर पंचनिम्बादी वटी. निम्बादी चूर्ण ऑनलाइन ख़रीदने के लिए यहाँ क्लिक करें

तो दोस्तों, ये थी आज की जानकारी चर्मरोग की आयुर्वेदिक दवा पंचनिम्ब चूर्ण के फ़ायदे और इस्तेमाल के बारे में



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