अश्वगंधादि लेह्य, दुबलापन दूर कर मोटा बनाने की आयुर्वेदिक औषधि | Ashwagandhadi Lehya Benefits



अश्वगंधादि लेह्य दुबलापन और कमज़ोरी को दूर कर हेल्थ इम्प्रूव करने वाली एक बेहतरीन दवा है. इसके और भी कई सारे फ़ायदे हैं, तो आईये जानते हैं इसका कम्पोजीशन, फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल – 


अश्वगंधादि लेह हलवे या च्यवनप्राश के तरह की दवा है जिसका मेन इन्ग्रीडेंट अश्वगंधा है, इसके कम्पोजीशन की बात करें तो इसमें-


अश्वगंधा – 192 gram 


शारिवा- 192 gram 


जीरा – 192 gram 


चोपचीनी- 192 gram 


द्राक्षा- 192 gram 


छोटी इलायची- 24 gram


घी- 226 gram


शहद- 452 gram


चीनी- 1.35 kg मिश्रण होता है. 





अश्वगंधादि लेह निर्माण विधि –


इसे बनाने का तरीका यह है कि अश्वगंधा, शारिवा, जीरा, चोपचीनी और द्राक्षा को जौकुट कर यानि मोटा-मोटा कूटकर क़रीब चार लीटर पानी में स्लो आँच पर उबालें. जब एक लीटर पानी बचे तो ठण्डा होने पर मसल कर छान लें. 


अब इस छने हुवे पानी या काढ़े को कलईदार बर्तन या स्टील की कढ़ाही में डालकर गाढ़ा होने तक उबालना है और उसके बाद घी और चीनी मिलाकर स्लो आंच में पकाएं. जब हलवे की तरह बन जाये तो आंच से उतार लें और छोटी इलायची का पाउडर मिक्स कर दें और ठण्डा होने दें. जब पूरी तरह से ठंडा हो जाये तो इसमें शहद अच्छी तरह से मिक्स कर डब्बे के पैक कर रख लें. अश्वगंधादि लेह तैयार है. 





अश्वगंधादि लेह के गुण –


यह वात दोष पर असर करता है, तासीर में नार्मल होता है. एंटी ऑक्सीडेंट, रसायन या टॉनिक, कमज़ोरी दूर करने वाला, एंटी डिप्रेसिव, ताक़त, स्टैमिना और बढ़ाने वाला, दर्द और सुजन नाशक गुणों से भरपूर होता है. 


अश्वगंधादि लेह के फ़ायदे- 


जो लोग वज़न बढ़ाना चाहते हैं, मसल्स बिल्ड करना चाहते हैं, ताक़त और स्टैमिना बढ़ाना चाहते हैं उनके लिए यह एक बेहतरीन दवा और टॉनिक है. इसे कम से कम तीन महिना तक दूध से लेना चाहिए. 


दुबले पतले लोगों के लिए और जो लोग बॉडी बिल्डिंग करना चाहते हैं उनके लिए भी यह एक असरदार टॉनिक और हेल्थ सप्लीमेंट है. 


चिंता, तनाव, थकान, थोड़े से काम से ही थक जाना, कमज़ोरी, हड्डियों की कमजोरी जैसी प्रॉब्लम को दूर करता है. तनाव, स्ट्रेस दूर कर अच्छी नींद लाने में मदद करता है.


उम्र बढ़ने पर होने वाले जोड़ों के दर्द, अर्थराइटिस, कमर दर्द, मसल्स का दर्द, पुरुषों की यौन कमजोरी, शीघ्रपतन, मेल ऑर्गन का ढीलापन, वीर्य विकार जैसी प्रॉब्लम में भी असरदार है. 





अश्वगंधादि लेह का डोज़-


एक चम्मच(10-15 ग्राम) सुबह शाम दूध के साथ खाना के एक घंटा पहले या खाने के दो घंटे बाद लेना चाहिए. यह व्यस्क व्यक्ति का डोज़ है. बच्चों को बहुत कम डोज़ में देना चाहिए उनकी उम्र के मुताबिक.  छोटे बच्चे से लेकर बड़े-बूढ़े सभी लोग यूज़ कर सकते हैं. यह ऑलमोस्ट सेफ़ दवा है किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं होता है. तीन से छह महिना या ज्यादा टाइम तक भी यूज़ कर सकते हैं. चीनी और शहद मिला होने से डायबिटीज वाले यूज़ न करें. इसे घर बैठे ऑनलाइन ख़रीदें निचे दिए लिंक से- 

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *