Mountain Tamarind Seed | पहाड़ी इमली के बीजों के फ़ायदे

 

pahadi imli beej ke fayde

इमली का नाम सुनते ही मुँह में पानी आने लगता है, अपने खट्टे टेस्ट की वजह से यह काफ़ी पॉपुलर है. 

पहाड़ी इमली के बीज मुँह और गले की इन्फेक्शन से लेकर मर्दाना कमज़ोरी और टाइमिंग की प्रॉब्लम को दूर करने भी असरदार है, तो आईये पहाड़ी इमली के बारे में सबकुछ डिटेल्स में जानते हैं – 

इसे जंगली इमली, पहाड़ी इमली, बड़ी इमली जैसे नामों से जाना जाता है. इसके फल और बीज का साइज़ नार्मल इमली की तुलना में बड़ा होताहै. इसे आयुर्वेद, यूनानी और नैचुरोपैथी में बहुत इस्तेमाल किया जाता है. आयुर्वेद में इमली को चिन्चा, चिन्चिका जैसे नामों से जाना जाता है. आयुर्वेदिक ग्रन्थ ‘भाव प्रकाश’ में इसके गुण और उपयोग की विस्तृत चर्चा है- 

पहाड़ी इमली के गुण या प्रॉपर्टीज 

यह एन्टी ऑक्सीडेंट, एन्टी बैक्टीरियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी और हीलिंग जैसे गुणों से भरपूर होती है. 

आयुर्वेदानुसार इमली को कफ़ और वात दोष को बैलेंस करने वाला बताया गया है. तासीर में इसे उष्ण यानी की गर्म बताया गया है. आयुर्वेद में इसके पत्ते, फल, फूल, बीज, छाल और क्षार यानी इस से निकाला जाने वाला नमक का प्रयोग बताया गया है. इन सब के बारे में कभी और बताऊंगा, अगर आपको इन सब के बारे में भी जानकारी चाहिए तो कमेंट कर जरुर बताइएगा.

पर आज मैं बात करने वाला हूँ सिर्फ़ पहाड़ी इमली के बीजों के फ़ायदे के बारे में

इसे यूज़ करने से पहले इसके छिल्के हटाने होते हैं. इसे हल्का रोस्ट कर लेने या भुन लेने से छिल्के आसानी से हट जाते हैं. 

इन छिले हुए बीजों को कूटपीसकर चूर्ण बना लें. इसमें आधी मात्रा में पीसी हुयी मिश्री भी मिलाना चाहिए. यानी 200 ग्राम अगर इसके बीज का पाउडर है तो इसमें 100 ग्राम पीसी हुयी मिश्री मिलाकर रख लें. शुगर के रोगी इसे बिना मिश्री के यूज़ कर सकते हैं. 

पहाड़ी इमली बीज का डोज़

एक से तीन ग्राम तक इसके चूर्ण को ले सकते हैं. कम उम्र वालों को आधा से एक ग्राम तक ही यूज़ करना चाहिए.

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पहाड़ी इमली के फ़ायदे 

  • लूज़ मोशन या दस्त होने पर इसके चूर्ण के सेवन से लाभ होता है. 
  • मसूड़ों की प्रॉब्लम में भी इस से फायदा होता है. 
  • ज़ख्म और अंदरूनी घाव को भरने के लिए मिश्री मिले इसके चूर्ण का सेवन करने से ज़ख्म तेज़ी से भर जाते हैं.
  • गले, मुँह और टॉन्सिल्स के इन्फेक्शन में भी यह असरदार है. इसमें इसका चूर्ण तो खा ही सकते हैं. साथ ही एक गिलास गर्म पानी में इसका चूर्ण मिक्स कर गरारा करना चाहिए. यह एक नेचुरल माउथ फ्रेशनर की तरह भी काम करता है.
  • हार्ट हेल्थ में भी यह असरदार है. जैसे हार्ट बीट ज़्यादा होना, दिल की गर्मी, बेचैनी, हाई ब्लड प्रेशर इत्यादि में इसके सेवन से लाभ होता है. 
  • यह इम्युनिटी पॉवर को बढ़ाती है, जिस से आप जल्दी बीमार होने से बच सकते हैं.
  • स्किन प्रॉब्लम में इसके पाउडर को पानी मिलाकर पेस्ट की तरह बनाकर लगाने से फ़ायदा मिलता है. फुंसी, खुजली, स्किन इन्फेक्शन में आप इसे लगा सकते हैं.
  • स्किन बर्न या आग से जल जाने पर इसके पाउडर को छिड़कना चाहिए.
  • मेमोरी पॉवर बढ़ाने और दिमाग तेज़ करने के लिए भी इसका यूज़ कर सकते हैं.
  • डायबिटीज में बिना मिश्री वाला इसके चूर्ण का सेवन करने से शुगर कण्ट्रोल में रहता है.
  • बोन विकनेस, जोड़ों का दर्द, गठिया, हड्डी की कमज़ोरी इत्यादि में भी इसके सेवन से लाभ होता है. यह बोन जॉइंट्स को Lubrication देने में हेल्प करती है. RA फैक्टर फ़ायदा होता है.
  • जिन लोगों का शरीर पतला और कमजोर होता है, जिनका वजन कम होता है, उनके लिए भी ये पाउडर रामबाण हैं. पाउडर का रोजाना इस्तेमाल करने से न सिर्फ चेहरे में चमक आ जाती है, बल्कि जिम की हुई बॉडी जैसा शरीर दिखने लगता है.
  • हर तरह की मर्दाना कमज़ोरी में इस से फ़ायदा होता है, टाइमिंग की कमी, स्पर्म काउंट की कमी, इच्छा की कमी जैसी पुरुषों की सभी समस्या में इसे मिश्री मिले इसके चूर्ण को दूध के साथ लेना चाहिए सुबह-शाम. इसके सेवन से मर्दाना ताक़त बढ़ जाती है और वीर्य गाढ़ा हो जाता है. इस से सस्ती और कोई दवा नहीं है. 
  • महिलाओं के कमर दर्द और सफ़ेद पानी की समस्या में भी इस से लाभ होता है. 
  • जेनेरल हेल्थ सप्लीमेंट की तरह भी इसे यूज़ कर सकते हैं, दूध, मिल्क शेक के साथ या फिर चीनी,गुड़ मिलाकर. कम डोज़ में बच्चों को भी दे सकते हैं. 

अब जानते हैं पहाड़ी इमली के नुकसान या साइड इफेक्ट्स 

इसका कोई भी साइड इफ़ेक्ट नहीं है, बस ज़रूरत से ज़्यादा इसका इस्तेमाल न करें. 

क्या इसे अंग्रेज़ी दवा का इस्तेमाल करते हुए ले सकते हैं?

अंग्रेज़ी दवा इसे लेने के बीच आधा से एक घंटा का गैप रखें. अगर आप एस्पिरिन या वैसी कोई दवा ले रहे हों जिसमे एस्पिरिन मिली हो तो इमली के बीज का इस्तेमाल न करें. 

क्या होम्योपैथिक दवा यूज़ करते हुए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं?

हाँ, बिल्कुल इमली के बीजों का यूज़ कर सकते हैं. होमियो दवा यूज़ करते हुए खट्टी चीज़ों की मनाही होती है, इमली के बीज खट्टे नहीं होते और यह होमियो दवा के साथ किसी तरह इंटरेक्शन नहीं करते. 

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