माजून दबीदुल वर्द क्लासिकल यूनानी मेडिसिन है जो लिवर-स्प्लीन की सुजन, आँतों और गर्भाशय या रहम की सुजन को दूर करती है. हेपेटाइटिस, लिवर सिरोसिस, गैस्ट्रिक और Dropsy जैसी बीमारियों में भी असरदार है, तो आईये जानते हैं माजून दबीदुल वर्द का नुस्खा, फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल –
Majun Dabidul Ward is herbal Unani medicine which is very effective in liver enlargement, spleen enlargement, jaundice, anorexia, hepatitis, liver cirrhosis, sluggish liver, metritis, gastritis, dropsy and general weakness. Know here full details of its benefits, uses and ingredients.
माजून दबीदुल वर्द का नुस्खा या कम्पोजीशन
इसके नुस्खे की बात करें तो इसे कई तरह की चीज़ों को मिलाकर बनाया जाता है जैसे – असारून, अजमोद, बालछड़, इलायची ख़ुर्द, गुले गाफिस, उद बालसन, इज़खर, लाक मग्सूल, लौंग, मंजीठ, मस्तगी रूमी, कुश्त शीरीं, तुख्म कासनी, तुख्म कसूस, उद हिंदी, ज़राविन्द, तबाशीर, गुले सुर्ख, ज़ाफ़रान, शहद और कंद सफ़ेद मिलाकर इसे बनाया जाता है.
माजून दबीदुल वर्द के फ़ायदे
वर्म जिगर, वर्म रहम यानी लिवर-स्प्लीन के बढ़ जाने और गर्भाशय की सुजन में बेहद असरदर है.
आंतों की सुजन, जलोदर या Dropsy और मेदे की सुजन को दूर करती है.
लिवर ख़राब यानि लिवर सिरोसिस, हेपेटाइटिस, Sluggish Liver, हाज़मा की ख़राबी और भूख की कमी में फ़ायदेमंद है.
माजून दबीदुल वर्द का डोज़
पांच से दस ग्राम तक सुबह शाम 60ML अर्क बादियान और 60ML अर्क मकोय के साथ लेना चाहिए. या फिर इसे पानी से भी लिया जा सकता है. पर अर्क बादियान और अर्क मकोय के साथ लेने से जल्दी फ़ायदा मिलता है.
माजून दबीदुल वर्द बिल्कुल सेफ़ दवा है, किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं होता है. हमदर्द, रेक्स जैसी कंपनियों का यह मिल जाता है. हमदर्द के 125gm के पैक की क़ीमत क़रीब 115 रुपया है.
हमदर्द जिग्रीन आपके लिवर का जिगरी दोस्त(Hamdard Jigreen for Liver Disease)