जैसा कि आप सभी जानते हैं कि आजकल बारीश का मौसम चल रहा है और यह बारिश का मौसम अपने साथ नमी, कीटाणु और पाचन यानि कि Digestion से रिलेटेड प्रोब्लेम्स लेकर आता है. और इस मौसम के अक्सर हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर हो जाती है.
तो आज मैं बताऊंगा कि कैसे आप काली मिर्च यानि की ब्लैक पीपर के इस्तेमाल से इस मौसम के अपने स्वास्थ की रक्षा कर सकते हैं, इम्युनिटी बढ़ा सकते हैं और बीमारी को दूर कर सकते हैं. तो आईये इसके बारे में सबकुछ विस्तार से जानते हैं-
काली मिर्च जो है इसका कोई परिचय देने की ज़रूरत नहीं है, सभी लोग इसे जानते हैं, हर घर के किचन में यह पायी जाती है.
सबसे पहले यह जान लीजिये कि इसके बारे में आयुर्वेद क्या कहता है?
आयुर्वेदिक ग्रंथों में इसे ‘मरीच’ या ‘मिर्च’ कहा जाता है, आयुर्वेदानुसार काली मिर्च अग्निवर्द्धक यानी की भूख बढ़ाने वाली, कफ़हर और दीपन-पाचन गुणों से भरपूर होती है.
इसके बारे में एक मजेदार बात बताऊँ तो इसे अधिकतर आयुर्वेदिक मेडिसिन में, या फिर यूँ कहें कि 99% औषधियों में इसके साथ सोंठ और पीपल भी यूज़ किया जाता है. इसी सोंठ, मिर्च और पीपल के सम भाग के कॉम्बिनेशन को आयुर्वेद में ‘त्रिकटु’ कहा जाता है जो कि इम्युनिटी बढ़ाने वाला बहुत ही पावरफुल कॉम्बिनेशन होता है. त्रिकटु के बारे में थोड़ा डिटेल आगे बताऊंगा.
आयुर्वेदानुसार काली मिर्च के गुणधर्म:
आयुर्वेदिक ग्रन्थ ‘चरक संहिता’ में इसे ‘कफ़नाशक’ और ‘अग्निवर्धक’ कहा गया है, जबकि भावप्रकाश में इसे “मरिच तिक्तोष्णा दीपनी” कहा गया है, अर्थात काली मिर्च स्वाद में कड़वी, गुण में तीव्र और पाचन को बढ़ाने वाली कहा गया है.
इसके गुणों की बात करें तो यह
रुचिकर है- मतलब स्वाद को बढ़ाती है. इसलिए इसे अक्सर इसे सलाद, फल पर इसका पाउडर छिड़ककर हम खाते हैं.
अग्निदीपक है – मतलब पाचक अग्नि को तेज़ करती है. आपकी digestive fire को तेज़ करती है, जिस से आपका खाया पिया अच्छे से पचता है.
कफघ्न है – कफ़ को दूर करती है, राहत देती है.
श्लेष्महारी है – बलगम को दूर करती है, फेफड़े में जमे बलगम को दूर करती है. सर्दी-ज़ुकाम को दूर करने में बेहद असरदार है. ये सब तो हो गए इसके गुणकर्म
आईये अब जानते हैं बारिश के मौसम में होने वाली बीमारियों में इसका प्रयोग कैसे करना चाहिए
सर्दी-जुकाम और खांसी होने पर
बारिश के मौसम में सर्दी-खांसी और जुकाम होना बहुत कॉमन होता है, इसके लिए काली मिर्च रामबाण है. इसके लिए काली मिर्च का पाउडर एक चौथाई चम्मच लेना है और इसमें एक स्पून शहद मिक्स कर चाट लेना है सुबह-शाम. इस से बलगम साफ़ होता है और सर्दी-खांसी में राहत मिलती है.
मलेरिया और वायरल बुखार से बचने के लिए
मानसून में मलेरिया और वायरल आम हो जाते हैं, ऐसे में काली मिर्च शरीर को संक्रमण से लड़ने में सहायता करती है. इसके लिए आपको छोटा सा नुस्खा बनाकर सेवन करना चाहिए. नुस्खा यह है-
सात दाना काली मिर्च, तुलसी की पांच पत्तियाँ, थोड़ा सा अदरक और तीन नग लौंग लेकर इसका काढ़ा बनाकर सेवन करें.
पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए
बारिश के मौसम में अपच, गैस, एसिडिटी जैसी प्रॉब्लम होना आम बात है. तो इसके लिए आपको पाँच दाना काली मिर्च, एक चुटकी अजवायन और थोड़ा सा सेंध नमक लेकर चबाएं. ऐसा करने से भूख बढती है और पाचन बेहतर होता है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करने के लिए
काली मिर्च में पाईपरिन नामक तत्व होता है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. इसके लिए आपको रोज़ रात में सोने से पहले थोड़ा सा काली मिर्च पाउडर और हल्दी पाउडर दूध में मिलाकर पियें.
त्वचा और बालों के लिए
बारिश के मौसम में स्किन एलर्जी और बाल झड़ने की समस्या बढ़ जाती है, काली मिर्च इन समस्याओं को दूर करती है. इसके लिए आपको करना यह है कि निम्बू के रस में थोड़ा सा काली मिर्च पाउडर मिक्स कर पेस्ट बनाकर लगा सकते हैं. यह स्किन इन्फेक्शन और Dandruff को दूर करने में हेल्प करता है.
त्रिकटु चूर्ण – आयुर्वेद का एक अद्वितीय योग
सोंठ, मिर्च और पीपल का यह कॉम्बिनेशन अपने आप में बेजोड़ है. भई हो भी क्यूँ ना, हमारा आयुर्वेद ही अपने आप में बेजोड़ है.
बारिश के मौसम में ‘त्रिकटु चूर्ण’ का उपयोग कफनाशक, अग्निवर्धक प्रतिरक्षक गुणों के लिए किया जाता है.
त्रिकटु चूर्ण को रोज़ सुबह-सुबह एक बार शहद के साथ ले सकते हैं. यह बना हुआ भी मार्किट में मिल जाता है.
काली मिर्च का सेवन करते हुए कुछ सावधानियां भी रखनी चाहिए जैसे –
अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन न करें, अधीक मात्रा में इसका सेवन करने से गर्मी, एसिडिटी हो सकती है और प्यास बढ़ सकती है.
गर्भवती महिलायें और फीडिंग करने वाली माताएँ अपने डॉक्टर की सलाह लेकर ही इसका सेवन करें.
असली और अच्छी क्वालिटी की काली मिर्च ही यूज़ करें, साबुत काली मिर्च लाकर ही इसका पाउडर घर पर बनायें. बेस्ट क्वालिटी वाली का लिंक भी डिस्क्रिप्शन में दिया गया है.
काली मिर्च वास्तव में मानसून में आरोग्य का प्रहरी है. इसका यूज़ कर हम सर्दी-जुकाम से लेकर पाचन और इम्युनिटी पॉवर तक हर पहलु में लाभ उठा सकते हैं. यह न सिर्फ स्वाद को बढ़ाती है बल्कि शरीर की रक्षा भी करती है.
तो दोस्तों, यह थी आज की जानकारी बारिश के मौसम में काली मिर्च के प्रयोग के बारे में.