त्रिफगोल डाबर का एक पेटेंट प्रोडक्ट है जो कब्ज़ या Constipation, IBS और अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसे रोगों में इस्तेमाल किया जाता है, तो आईये जानते हैं इसका कम्पोजीशन, फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल –
डाबर त्रिफगोल आयुर्वेदिक दवा है इसके कम्पोजीशन की बात करें तो इसमें इसबगोल या सफगोल(68.00%), त्रिफला चूर्ण(19.60%) और फ्लेवर(Q.S.) मिले होते हैं. सफगोल और त्रिफला का मिश्रण इसे एक तरह से यूनिक कम्पोजीशन बना देता है.
इसबगोल या सफगोल को पेट साफ़ करने और इस से रिलेटेड रोगों के लिए सदियों से इस्तेमाल किया जाता रहा है जबकि त्रिफला चूर्ण के गुण तो अपने आप में बेजोड़ हैं.
डाबर त्रिफगोल के गुण –
इसके गुणों की बात करें तो यह कब्ज़ या मलावरोध नाशक है मतलब नेचुरल Laxative. Antacid, एंटी ऑक्सीडेंट जैसे गुण भी पाए जाते हैं.
डाबर त्रिफगोल के फ़ायदे-
कब्ज़, एसिडिटी, IBS, आँव आना, अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसे रोगों में असरदार है.
यह एक नेचुरल Colon Cleanser है, बड़ी आंत की सफाई करता है और बॉडी की एक्स्ट्रा फैट को कम करता है.
पाचन क्रिया को सुधारता है, लीवर फंक्शन को सही करने में मदद करता है. बॉडी से विषैले तत्व या Toxins को निकालता है.
ख़ूनी-बादी बवासीर या पाइल्स में भी फ़ायदेमंद है. कब्ज़ की वजह से होने वाले कील-मुहाँसों में भी असरदार है.
कुल मिलाकर देखा जाये तो यह कब्ज़ और इस से रिलेटेड रोगों के लिए अच्छी दवा है. Non Habit फार्मूला है, इसकी आदत नहीं पड़ती.
डाबर त्रिफगोल की मात्रा और सेवन विधि –
एक चम्मच एक गिलास गुनगुने पानी में मिक्स कर सोने से पहले लेना चाहिए. यह ऑलमोस्ट सेफ़ दवा है, किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं होता है. 100 ग्राम की कीमत क़रीब 80 रुपया है. इसे आयुर्वेदिक दवा दुकान से या घर बैठे ऑनलाइन ख़रीदें निचे दिए लिंक से –