Indukanta Ghrita | इन्दुकान्त घृत के गुण उपयोग और निर्माण विधि

 जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है यह घृत या घी से बनी हुयी औषधि है जिसे मुख्य रूप से स्नेहकर्म के लिए प्रयोग किया जाता है. इन्दुकान्त घृत…

गर्भनिरोधक आयुर्वेदिक नुस्खे – वैद्य लखैपुरी

आज मैं आयुर्वेद में वर्णित कुछ चुनिन्दा गर्भ निरोधक प्रयोग बता रहा हूँ जिसके सेवन से गर्भ की स्थिति से बचा जा सकता है. यह सारे प्रयोग विशेष रूप से…

गुल्गुलुतिक्तकम क्वाथ के फ़ायदे | Gulguluthiktakam Kwath Benefits & Use

गुल्गुलुतिक्तकम क्वाथ को दक्षिण भारत के वैद्यगण ही अधीक प्रयोग में लाते हैं. इसका रिजल्ट भी अच्छा है, आशातीत लाभ मिलता है. केरला आयुर्वेदा, कोट्टक्कल आयुर्वेद जैसी कंपनियों का यह…
केला से इन बीमारियों को दूर कीजिये | जानिए केला के औषधिय प्रयोग

केला से इन बीमारियों को दूर कीजिये | जानिए केला के औषधिय प्रयोग

 केला को कौन नहीं जानता? दुनियाभर में लोग इस फल को खाते हैं. विधिपूर्वक इसके सेवन से आप कई बीमारियों में लाभ ले सकते हैं. तो आइये जानते हैं कि…

Pinda Taila Benefits & Usage | पिण्ड तेल के फ़ायदे | Pinda Tailam

पिण्ड तेल को पिण्ड तैलम भी कहा जाता है. विशेष रूपसे दक्षिण भारत में ही इसे पिण्ड तैलम के नाम से जाना जाता है. पिण्ड तेल के फ़ायदे  यह दर्द दूर करने…

Mahasudarshan Kadha | महासुदर्शन काढ़ा

महासुदर्शन काढ़ा आयुर्वेदिक औषधि है जिसके सेवन से हर तरह की बुखार, पाचन विकृति, सर दर्द, खाँसी, खून की कमी, जौंडिस और लिवर के रोग इत्यादि दूर होते हैं. तो…

Marichyadi Vati | मरिच्यादि वटी/गुटिका

 मरिच्यादि वटी आयुर्वेद का एक प्रसिद्ध योग है जो आयुर्वेदिक ग्रन्थ शारंगधर संहिता में वर्णित है. इसे खाँसी, सर्दी, जुकाम, टोंसिल इत्यादि में प्रयोग किया जाता है, तो आईये जानते…

Eladi Vati | एलादि वटी- गुण उपयोग और निर्माण विधि

एला का मतलब आयुर्वेद में होता है इलायची, एलादि वटी का एक घटक एला या इलायची है इसलिए इसलिए इसका नाम एलादि वटी है. छोटी इलायची और बड़ी इलायची को…