Arq Makoh Benefits | अर्क़ मकोह के फ़ायदे | Unanitimes

अर्क़ मकोह जो है पेट, आंत, लिवर-स्प्लीन की सुजन और लिवर की बीमारियों जैसे जौंडिस, हेपेटाइटिस, लिवर सिरोसिस के लिए बेजोड़ दवा है जिसे यूनानी और आयुर्वेदिक दोनों चिकित्सा पद्धति में इस्तेमाल किया जाता है. तो आईये जानते हैं अर्क़ मकोह का नुस्खा या कम्पोजीशन, इसके फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल –

Arq Makoh is herbal Unani medicine for stomach, liver and spleen disease. This is very effective in Jaundice, Hepatitis, Liver Cirrhosis, Spleen enlargement, Edema and other liver disease. Know here full details about its composition, benefits and usage.

अर्क़ मकोह जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है यह मकोह नाम की बूटी का अर्क होता है. इसे मकोह, मकोय और काकमाची के नाम से भी जाना जाता है. इसे अंग्रेज़ी में Black Nightshade कहा जाता है जबकि इसका वानस्पतिक नाम Solanum Nigrum है.

अर्क़ मकोह का कम्पोजीशन 

इसके कम्पोजीशन की बात करें तो इसमें मकोह और पानी ही मिला होता है. बनाने का तरीका यह होता है कि 500 ग्राम मकोह के फल को 10 लीटर पानी में 24 घंटा तक भीगाने के बाद भबका यंत्र या अर्क निकालने वाली मशीन से 2.5 लीटर तक अर्क निकाल लिया जाता है. कुछ लोग मकोय का पंचांग भी यूज़ करते हैं.

अर्क़ मकोह की तासीर और प्रॉपर्टीज 

तासीर में इसे नार्मल से ठंडा मान सकते हैं. यह सुजन दूर करने वाला यानि Anti-inflammatory, लिवर के फंक्शन को सही करने वाला(Hepatoprotective), Detoxifier और एंटी ऑक्सीडेंट जैसे गुणों से भरपूर होता है.

अर्क़ मकोह के फ़ायदे

  • पेट की बीमारियों या Digestive सिस्टम की बीमारियों के लिए यह एक असरदार दवा है जिसे ज़्यादातर यूनानी में इस्तेमाल किया जाता है. 

  • भूख की कमी, जौंडिस, हेपेटाइटिस, लिवर सिरोसिस, लिवर-स्प्लीन की सुजन, पेट और आँतों की सुजन और लिवर की हर तरह की बीमारी में इसका इस्तेमाल किया जाता है. 

  • पैरों की सुजन(Edema), मोटापा, ब्लड प्रेशर, हिचकी, खाँसी, अस्थमा, पेशाब की प्रॉब्लम और बुखार में भी दूसरी दवाओं के साथ में यह असरदार है. 

अर्क़ मकोह का डोज़ और इस्तेमाल करने का तरीका 

20 से 50 ML तक सुबह शाम खाना के आधा घंटा पहले या फिर खाना खाना के एक घंटा बाद लेना चाहिए. बच्चों को कम डोज़ में देना चाहिए. यह ऑलमोस्ट सेफ़ दवा है अगर सही डोज़ में लिया जाये. ज़्यादा डोज़ होने पर दस्त, पेट दर्द और बेचैनी जैसी प्रॉब्लम हो सकती है. प्रेगनेंसी में यूज़ नहीं करना चाहिए.

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