कौंच को केवाँच, कपिकच्चू जैसे नामों से भी जाना जाता है. अंग्रेज़ी में इसे मकुना प्रुरियेंस(Mucuna pruriens) कहा जाता है. यह सफ़ेद और काले दो तरह के बीजों वाली होती है. काले बीज वाले को उत्तम माना जाता है.
कौंच जो है एक प्रकार के लता वाली बूटी है, इसी लता में इसके फल लगते हैं. इसके फल का बाहरी आवरण रोयेंदार होता है और बॉडी में टच होते ही भयंकर वाली खुजली होती है. काफी सावधानी से इसका बीज निकाला जाता है. इन बीजों का शोधन करने के बाद ही इसका चूर्ण बनाना चाहिए.
अब सवाल यह उठता है कि इसका शोधन कैसे होता है.
कौंच बीज को शुद्ध करने का प्रोसेस यह है कि इसके बीजों को गाय के दूध में उबाला जाता है, इसके बाद इसके बीजों के उपरी कवर या छिलकों को हटाकर फिर से धोकर सुखाकर चूर्ण बना लिया जाता है. शुद्धिकरण के बाद ही इसका चूर्ण बनाकर यूज़ करने का प्रावधान है.
पर इतना प्रोसेस कितनी कम्पनी करती है? मुझे तो लगता है कि शायेद इक्का दुक्का कंपनी की इसका शुद्धिकरण कर चूर्ण बनाती होगी. हमारे यहाँ पुरे विधि विधान से इसका शुद्धिकरण कर चूर्ण बनाया जाता है. जिसे ऑनलाइन खरीदने का लिंक दिया गया है.
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बिना शोधित कौंच बीज का सेवन करने से साइड इफ़ेक्ट हो सकता है.
आपने इसे यूज़ किया पर फ़ायदा क्यूँ नहीं मिला?
तो इसका पहला कारण हो सकता है कि जो चूर्ण आपने यूज़ नहीं किया वह सही नहीं था, इसे शोधित नहीं किया गया होगा. दूसरा कारन हो सकता है इसका डोज़ और सेवन करने की विधि
कौंच बीज के गुण या प्रॉपर्टीज
आयुर्वेद के अनुसार कौंच बीज वात और पित्त नाशक है. यह बल-वीर्य बढ़ाने वाला, पुष्टिकारक और बाजीकरण गुणों से भरपूर होता है.
कौंच बीज के फ़ायदे
कौंच बीज का सबसे ज़्यादा प्रयोग पुरुष रोगों में किया जाता है, सेक्सुअल प्रॉब्लम, प्रजनन तंत्र या Reproductive system की प्रॉब्लम दूर कर हेल्थ इम्प्रूव करता है.
पुरुषों की समस्या जैसे शीघ्रपतन, इरेक्टाइल डिसफंक्शन, धात गिरना, स्वप्नदोष, यौनेक्षा की कमी इत्यादि में असरदार है. यह स्पर्म काउंट, क्वालिटी और मोटिलिटी इत्यादि को भी इम्प्रूव करता है. यह मेल हर्मोन Testosterones को इम्प्रूव करने में काफ़ी असरदार है.
महिलाओं के Reproductive system के लिए भी यह असरदार है, Infertility, पीरियड्स की प्रॉब्लम और हार्मोनल Imbalance में फायदेमंद है. ब्रैस्ट फीडिंग करने वाली महिलायें भी इसका सेवन कर सकती हैं.
कौंच बीज चूर्ण के इस्तेमाल से स्वास्थ सुधरता है और इम्युनिटी पॉवर को बढ़ाकर बीमारियों से बचाता है
इसके इस्तेमाल से हाथ पैर का कांपना, जोड़ों और मांशपेशियों का दर्द, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, दिमाग की कमज़ोरी इत्यादि में भी फायदा होता है.
नेचुरल कैल्शियम से भरपूर होने से यह हड्डियों को मज़बूती देता है.
कौंच बीज का डोज़ और यूज़ करने का सही तरीका
एक स्पून यानि की 5 ग्राम तक इसके चूर्ण को मिश्री मिले गर्म दूध के साथ सुबह-शाम लेना चाहिए भोजन के एक घंटे के बाद.
किसी भी बाजीकरण औषधि के सेवन से पहले आपकी पाचन शक्ति ठीक होनी चाहिय तभी दवा पूरी तरह से डाइजेस्ट होगी और पूरा लाभ मिलेगा.
कौंच बीज चूर्ण के साथ असगंध, सफ़ेद मुस्ली और शतावर इत्यादि का चूर्ण मिक्स कर लेने से ज़्यादा फ़ायदा होता है.
कौंच बीज चूर्ण के साइड इफेक्ट्स
इसे ऑलमोस्ट सुरक्षित माना जाता है, इसका कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होता है. किडनी स्टोन वालों को इसका यूज़ न करने की सलाह दी जाती है.