जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है यह जिगर या लीवर को प्रोटेक्ट करने वाली दवा है. यह हार्मफुल Chemicals और Toxins से लीवर को बचाती है. पीलिया, जौंडिस, लीवर सिरोसिस, लीवर का बढ़ जाना, Digestion की प्रॉब्लम जैसे रोगों में इसका इस्तेमाल किया जाता है, तो आईये जानते हैं हमदर्द जिग्रीन का कम्पोजीशन, फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल –
जिग्रीन जो है यूनानी फ़ॉर्मूले पर बना हमदर्द का ब्रांड है इसमें बेहतरीन जड़ी-बूटियों और कुश्ता या भस्म का मिश्रण है. हमदर्द जिग्रीन सिरप फॉर्म में है जबकि इसके कैप्सूल का नाम जिग्रीना है. सबसे पहले जान लेते हैं हमदर्द जिग्रीन सिरप का नुस्खा –
इसे तुख्म कासनी, बर्ग झाऊ, मकोह ख़ुश्क, रेवंद चीनी, बर्ग कसौंदी, बर्ग सँभालू, बादियान, तुख्म कसूस, बीसखपरा, बर्ग बर्तंग, गुल सुर्ख, कटेरी ख़ुर्द, फ़िल्फिल स्याह, नौशादर और कुश्ता जस्त के मिश्रण से बनाया गया है.
हमदर्द जिग्रीना कैप्सूल का कम्पोजीशन भी ऑलमोस्ट सेम है, इसमें जड़ी-बूटियों का एक्सट्रेक्ट मिलाया जाता है.
हमदर्द जिग्रीन के फ़ायदे-
लीवर को हेल्दी रखने, लीवर को बीमारियों से बचाने और लीवर की प्रॉब्लम दूर करने के लिए यह एक बेहतरीन यूनानी दवा है.
यह हानिकारक Chemicals और Toxins से लीवर को बचाती है और लीवर के फंक्शन को सही करती है.
जौंडिस, लिवर सिरोसिस, फैटी लीवर और अल्कोहल की वजह से होने वाले लीवर के रोगों में इसे यूज़ कर सकते हैं.
यह भूख नहीं लगना, खाना हज़म नहीं होना जैसी प्रॉब्लम को दूर करती है, इसके इस्तेमाल से खाने में रूचि बढ़ती है और पाचन शक्ति ठीक हो जाती है.
लीवर प्रोटेक्ट करने के लिए बिना बीमारी के भी इसे यूज़ कर सकते हैं. हमारे रोज़ के खान-पान में जो भी खाते पीते हैं उन सब आज के टाइम कुछ न कुछ हार्मफुल केमिकल, रसायनिक खाद मिले होते हैं जो लीवर को नुकसान पहुंचाते हैं. हम जो रोज़ पानी पीते हैं उसमे भी कुछ न कुछ केमिकल जैसे क्लोरीन मिला होता है तो इन सब से लीवर को बचाने के लिए आप जिग्रीन का इस्तेमाल कर सकते हैं. जिग्रीन ही नहीं बल्कि कोई भी लीवर को प्रोटेक्ट करने वाली हर्बल दवा यूज़ कर सकते हैं.
हमदर्द जिग्रीन के बारे में मेरी पर्सनल राय यह कि इसे लीवर प्रोटेक्ट करने के लिए और हेल्थ सप्लीमेंट के रूप रोज़ यूज़ कर सकते हैं. इसी तरह की दूसरी हर्बल दवाएँ हैं हिमालया Liv 52, पतंजलि लिव डी 38 वगैरह.
हमदर्द जिग्रीन का डोज़-
1 स्पून रोज़ दो बार खाना खाने के बाद. इसका कैप्सूल यानि जिग्रीना एक-एक सुबह शाम लेना चाहिए. यह बिल्कुल सेफ दवा है, किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं होता है. इसे यूनानी दवा दुकान से या फिर ऑनलाइन ख़रीदा जा सकता है.
Posted inHamdard Jigreen Unani Medicine
हमदर्द जिग्रीन लीवर के रोगों की यूनानी दवा | Hamdard Jigreen Herbal Yunani Medicine for Fatty Liver and Digestive Disorder
इसे भी जानिए –