Hajrul Yahood Bhasma for Kidney Stone | हजरुल यहूद भस्म/पिष्टी किडनी स्टोन की चमत्कारी औषधि



आज मैं बता रहा हूँ एक चमत्कारी दवा हजरुल यहूद भस्म के बारे में. जी हाँ दोस्तों, हजरुल यहूद भस्म को आयुर्वेद के साथ- साथ यूनानी में भी इस्तेमाल किया जाता है. यह किडनी-ब्लैडर की पत्थरी, किडनी का दर्द, पेशाब करने में दर्द, पेशाब की जलन, पेशाब में क्रिस्टल आना जैसी प्रॉब्लम को दूर करती है, तो आईये जानते हैं हजरुल यहूद क्या है? इसके फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल – 


हजरुल यहूद एक तरह का पत्थर है ज़मीन के अन्दर से निकाला जाता है. इसे संगे यहूद, हज्रुल यहूद और बेर पत्थर जैसे कई तरह के नामों से जाना जाता है. बेर पत्थर इसलिए कहा जाता है कि बिल्कुल बेर की तरह दीखता है और छोटा-बड़ा कई साइज़ का होता है. इसमें Lime Silicate नामक तत्व पाया जाता है. 


हजरुल यहूद की भस्म और पिष्टी भी बनाई जाती है. गजपुट की अग्नि देकर इसका भस्म बनाया जाता है जबकि इसे अच्छी तरह से धोकर गुलाब जल के साथ खरल में पीसकर पिष्टी बनायी जाती है. मैं ज़्यादातर इसकी पिष्टी बनाकर ही यूज़ करता हूँ क्यूंकि पिष्टी की तासीर भस्म से ज़्यादा ठंडी होती है. 






हजरुल यहूद के गुण – 


यह तासीर में ठण्डा, कफ़ और पित्त दोष को बैलेंस करने वाला, मूत्रल(Diuretic) और पत्थरी को घुलाकर निकालने वाले गुणों से भरपूर होता है. किडनी, ब्लैडर और स्किन पर इसका सबसे ज़्यादा इफ़ेक्ट होता है. 





हजरुल यहूद के फ़ायदे – 


किडनी की पत्थरी, ब्लैडर की पत्थरी, किडनी का दर्द, पेशाब की जलन, पेशाब करने में दर्द होना, पेशाब कम होना जैसी प्रॉब्लम में इसका यूज़ करना चाहिए. 
पेशाब में क्रिस्टल आने(Crystalluria) में भी इसका इस्तेमाल करना चाहिए. किसी अंग्रेजी दवा की साइड इफ़ेक्ट से या पत्थरी की वजह से भी क्रिस्टल आ रहा तो इस से फ़ायदा होता है. 


किडनी स्टोन में आयुर्वेदिक डॉक्टर से लेकर यूनानी हकीम तक इसका इस्तेमाल करते हैं. किडनी स्टोन की पोपुलर दवा हिमालया सिस्टोन में भी यह मिला होता है. 
हजरुल यहूद भस्म को खुजली, दाद जैसे रोगों में भी एक्सटर्नल पाउडर की तरह भी लगाने से लाभ होता है. पर हजरुल यहूद भस्म किडनी स्टोन के लिए ही सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है. 





हजरुल यहूद भस्म या पिष्टी की मात्रा और सेवन विधि- 


250 mg से 500 mg तक रोग और रोगी की कंडीशन के अनुसार डोज़ देना चाहिए. इसे बच्चे से लेकर बड़ों तक सभी में यूज़ कर सकते हैं, बस डोज़ सही हो इसका ख्याल रखें. इसका भस्म या पिष्टी दोनों एक जैसा ही असर करता है. यह बिल्कुल सेफ दवा है, किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं होता है. 


प्रेगनेंसी में इसका इस्तेमाल न करें. यूनानी में इस से बनी हुयी दवा माजून हजरुल यहूद और कुश्ता हजरुल यहूद होती है, जिसकी जानकरी फिर कभी दूंगा. हजरुल यहूद भस्म को आयुर्वेदिक दवा दुकान से या फिर ऑनलाइन भी ख़रीद सकते हैं.  


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