जवारिश तबाशीर एक यूनानी मेडिसिन है जो ख़ासकर गर्मी में होने वाले दस्त, डायरिया, बहुत ज़्यादा प्यास लगना, पेशाब की कमी, पेशाब की जलन और लिवर की गर्मी जैसी बीमारियों में असरदार है. तो आईये जानते हैं जवारिश तबाशीर का नुस्खा, इसके फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल –
जवारिश तबाशीर का नुस्खा या कम्पोजीशन
इसे कई तरह की चीजों को मिलाकर बनाया जाता है जैसे गुले सुर्ख, संदल सफ़ेद, आँवला, तबाशीर सफ़ेद, किश्निज़ ख़ुश्क, हब्बुल आस, पोस्त तुरंज, सुमक़, मस्तगी, काफ़ूर, आब बेहि शीरीं और कंद सफ़ेद वगैरह.
जवारिश तबाशीर तासीर में ठंडा और एंटी डायरियल जैसी ख़ूबियों से भरपूर होता है.
जवारिश तबाशीर के फ़ायदे
पतले दस्त या डायरिया होना ख़ासकर गर्मी के मौसम में तो इसका इस्तेमाल किया जाता है.
गैस, अपच, मितली, पित्त वाली उल्टी में असरदार है.
लिवर की गर्मी, बॉडी की गर्मी, बहुत ज़्यादा प्यास लगना, पेशाब की तकलीफ़ और पित्त बढ़ने जैसी प्रॉब्लम में असरदार है.
जवारिश तबाशीर का डोज़ और इस्तेमाल करने का तरीका
पाँच से दस ग्राम तक रोज़ दो-तीन बार तक पानी से लेना चाहिए. इसका इस्तेमाल करते हुवे हल्का आसानी से पचने वाला खाना खाएं. तेल-मसाला और हैवी फ़ूड अवॉयड करना चाहिए. हमदर्द, रेक्स जैसी यूनानी कम्पनियों की यह मिल जाती है.
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