हम में से सभी लोग चाहते हैं कि हर तरह की छोटी-बड़ी बीमारियों से बचे रहें. घर का कोई भी सदस्य बीमार न पड़े, पर ऐसा हो नहीं पाता है. बीमारियाँ होने के कई कारण हो सकते हैं पर उनमे से न्यूट्रीशन या पोषण की कमी और इम्युनिटी कमज़ोर होना मेन फैक्टर होता है. अगर आपके बॉडी को सही न्यूट्रीशन मिलता रहे और आपकी इम्युनिटी भी स्ट्रोंग रहे तो आप शायेद ही बीमारी पड़ेंगे.
आज हम ऐसी ही चीज़ के बारे में जानेंगे जो हमारे बॉडी को भरपूर न्यूट्रीशन देती है और इम्युनिटी पॉवर भी बढ़ा देती है, इसके इस्तेमाल से आप ज़िन्दगीभर बीमारियों से बच सकते हैं. इसी लिए इसे सुपर फ़ूड भी कहा जाता है. और अगर आप गाँव देहात में रहते हैं तो यह आपको बिल्कुल फ्री में मिल जाएगी. तो आईये बिना देर किये इस सुपरफ़ूड के बारे में सबकुछ विस्तार से जानते हैं -
दोस्तों, मैं जिस बूटी या वनस्पति की बात कर रहा हूँ उसका नाम है मोरिंगा. इसे सहजन भी कहा जाता है. इसका वैज्ञानिक नाम Moringa Oliefera है. ड्रमस्टिक के नाम से भी इसे जाना जाता है, इसी फल की सब्जी भी बनती है. सांभर नाम की साउथ इंडियन सब्जी इसके बिना नहीं बनती है. इसका फल, फूल, पत्ती, जड़, छाल सभी का यूज़ आयुर्वेद में बताया गया है, इनके अनगिनत फ़ायदे हैं. पर यहाँ आज मैं आपको इसके पत्तों के बेनेफिट्स बताऊंगा.
सहजन के पत्तों में पोषण का भण्डार होता है, इसके पत्ते न्यूट्रीशन का खज़ाना हैं. ज़रूरी पोषक तत्वों से यह भरपूर होता है. इसी वजह से इसको एक सुपर फूड कहा जाता है. सहजन के पत्तों में प्रोटीन आयरन विटामिन सी
विटामिन बी सिक्स मैग्नीशियम विटामिन ए और विटामिन बी टू काफी ज्यादा क्वांटिटी में होता है. और ये सभी वो न्यूट्रिएंट्स हैं जो की हमारी सेहत को मेंटेन रखने के लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी होते हैं.
इसलिए अगर आप रेगुलर तोर पर सहजन के पत्तों का इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपकी बॉडी में इन न्यूट्रिएंट्स की कभी भी कमी नहीं हो पाएगी और ना ही आपको कोई सिंथेटिक मल्टीविटामिन कैप्सूल या सिरप वगैरा लेना पड़ेगा.
दूसरा फायदा जो सहजन के पत्तों को खाने से मिलता है वो ये की ये आपकी बॉडी में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर देता है.
ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस क्या होती है?
देखिए हमारी बॉडी में जितने भी प्रोसेस होते हैं इन प्रोसेस के अंदर कुछ केमिकल रिएक्शंस होने की वजह से कुछ ऐसे फ्री रेडिकल्स यानी कुछ
ऐसी चीज निकलते हैं जो की हमारी अपनी ही बॉडी की सेल्स को डैमेज करने लगती है, नुकसान पहचाने लगती हैं.
बहुत सारी बीमारियां जैसे गठिया, जोड़ों का दर्द,डायबिटीज और दिल की बीमारियां इस तरह की ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की वजह से ही पैदा होती हैं.
मोरिंगा यानी सहजन के पत्तों में जबरदस्ती एंटीऑक्सीडेंट होते हैं यानी वो चीज होती हैं जो की इन फ्री रेडिकल्स को न्यूट्रलाइज करती हैं जिससे हमारी बॉडी में बहुत सारी बड़ी बीमारियों का ख़तरा कम हो जाता है.
एन्टी एजिंग गुण होने से यह बुढ़ापे के लक्षणों को रोकता है जिस से आप हमेशा जवान दिख सकते हैं.
सहजन की पत्तियाँ ब्लड शुगर को कण्ट्रोल में रखने में भी बहुत असरदार है.
अगर डायबिटिक हैं, प्री-डायबिटिक हों या आपकी फॅमिली में शुगर की हिस्ट्री हो तो भी आप इनका यूज़ कर फ़ायदा उठा सकते हैं.
ब्रेन हेल्थ के लिए
यह ब्रेन हेल्थ के लिए काफ़ी बेनेफिसिअल है, दिमाग को ज़रूरी पोषण देता है और अल्जाइमर जैसे रोगों से बचाव करता है.
इन्फ्लेमेशन के लिए
यह बॉडी की अंदरूनी इन्फ्लेमेशन को दूर करने में असरदार है. इसके सेवन से नसों की,हड्डियों की, दिल की इन्फ्लेमेशन या बीमारियों से बचाता है.
कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए
सहजन की पत्तियां बॉडी में बड़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करती हैं, अगर आपका कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है तो मोरिंगा लीव्स लेना शुरू कर दिजिए तो आपका बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल यानि की LDL कमना शुरू हो जायेगा. हार्ट ब्लॉकेज और हार्ट डिजीज के खतरे से भी आप बच जायेंगे.
हड्डियों की कमज़ोरी और जोड़ों के दर्द के लिए
बोन हेल्थ के लिए भी सहजन की पत्तियाँ बहुत ही असरदार हैं, अगर आप की हड्डियाँ कमज़ोर हैं, सुजन है, जोड़ों का दर्द है तो सहजन की पत्तियों के लगातार इस्तेमाल से आपको काफ़ी फ़ायदा मिलता है.
Digestive हेल्थ के लिए
कब्ज़ यानी की Constipation, गैस और Indigestion आज की बहुत ही कॉमन प्रॉब्लम है. सहजन की पत्तियों के इस्तेमाल से आप अपने Digestive हेल्थ को इम्प्रूव कर सकते हैं.
हीलिंग प्रॉपर्टीज से भी यह भरपूर होता है. ज़ख्मों को जल्दी भरता है और ब्लीडिंग वाले रोगों में भी असरदार है.
सहजन की पत्तियाँ हमारी सेहत के लिए बहुत ही ज़्यादा फ़ायदेमंद हैं, इसकी जितनी भी तारीफ़ की जाये, कम है. यह गुणों की खान है. ऐसे ही नहीं इसे सुपरफ़ूड कहा जाता है.
सहजन की पत्तियों को कैसे यूज़ करें ?
अगर आपके आस पास यह ईज़िली अवेलेबल है तो इसकी ताज़ी पत्तीओं को तोड़कर साफकर छाया में सुखा लें और पाउडर बना लें. अब इस पाउडर को आधा स्पून रोज़ एक से दो बार तक गुनगुने पानी से लीजिये. वैसे आप इसे जैसे चाहें वैसे यूज़ कर सकते हैं, छाछ, शहद, सलाद या अपनी सब्ज़ी में मिक्स कर भी यूज़ कर सकते हैं.
कैप्सूल और टेबलेट फॉर्म में भी यह मिलता है, ऑनलाइन ख़रीदने का लिंक दिया गया है.
Moring Tablet Buy Online
अगर आपके होमगार्डन में आपके घर के पास सहजन का पेड़ है तो इसकी पत्तियों की सब्ज़ी बनाकर भी साग की तरह यूज़ कर सकते हैं. यह आपको टेस्टी भी लगेगा और साथ ही पौष्टिक तो है ही.
दाल बनाते हुए इसे एक मुट्ठी दाल में मिलाकर पकाकर भी खा सकते हैं. सहजन का फल मेरी फ़ेवरेट सब्जिओं में से एक है. इसकी पत्तियों का साग भी मैं अक्सर यूज़ करते रहता हूँ.
साइड इफेक्ट्स
मोरिंगा पाउडर से जेनेरली कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है अगर इसे सही मात्रा में अपनी बॉडी की रिक्वायरमेंट्स के अनुसार यूज़ किया जाये.
ज़्यादा मात्रा में खा लेने से पेट की गड़बड़ी हो सकती है. जिनको खून पतला करने वाली दवा चलती है उनको इसका लगातार इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
प्रेगनेंसी में और फीडिंग कराने वाली महिलाओं को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए.
अगर आप लम्बे समय से किसी बीमारी की दवा लेते हैं, कोई हेल्थ सप्लीमेंट लेते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसका इस्तेमाल करें.
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