24 जुलाई 2024
22 जुलाई 2024
Trivikram Ras | पहली ख़ुराक से होगा आराम | Kidney Stone
पानी कम पीने या दुसरे कई कारणों से जब हमारी किडनी में कचरा जमने लगता है तो यही आगे चलकर धीरे-धीरे पत्थरी का रूप धारण कर लेता है. जिसे हम आम बोलचाल में गुर्दे की पत्थरी या किडनी स्टोन के नाम से जानते हैं.
आयुर्वेद में किडनी स्टोन के लिए बहुत सी बेहतरीन दवाएँ हैं जो पत्थरी को घुलाकर निकाल देती हैं. आज जिस दवा के बारे में मैं बात करूँगा उसका नाम है - त्रिविक्रम रस
जी हाँ दोस्तों, यह एक ऐसी रसायन आयुर्वेदिक औषधि है जो पत्थरी को गलाकर नष्ट कर देती है और गुर्दे का दर्द हमेशा के लिए बन्द हो जाता है.
जब मूत्रनलिका में पत्थरी के कारण रुकावट हो, बहुत तकलीफ़ से बून्द-बून्द पेशाब होता हो तो इसकी पहली ख़ुराक से ही लाभ होता है और पेशाब खुलकर आने लगता है.
गुर्दे का दर्द, किडनी की पत्थरी चाहे जैसे भी हो, छोटी-बड़ी हो, एक हो या मल्टीप्ल स्टोन हो, सभी को गलाकर निकाल देती है.
यह वात और पित्त दोष को बैलेंस करती है. यह सब तो हो गए त्रिविक्रम रस के फ़ायदे.
आईये अब जानते हैं, इसका डोज़ और यूज़ करने का तरीका
एक से दो गोली रोज़ दो बार 500 mg हज्रुल यहूद भस्म और एक स्पून शहद मिक्स कर चाटकर ऊपर बीजौरे निम्बू के जड़ का रस या क्वाथ पीना चाहिए.
इसे यवक्षार या शीतल पर्पटी के साथ लेने से भी पेशाब खुलकर आने लगता है.
और अब अंत में त्रिविक्रम रस का घटक या Composition भी जान लेते हैं.
इसके घटक या कम्पोजीशन की बात करूँ तो इसे ताम्र भस्म, शुद्ध पारा, शुद्ध गन्धक और बकरी के दूध से बालुका यंत्र में अग्नि देकर विशेष विधि से बनाया जाता है.
वैसे यह बना हुआ मिल जाता है, ऑनलाइन ख़रीदने का लिंक निचे दिया गया है.
त्रिविक्रम रस के साइड इफेक्ट्स
इसका कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है.
इसे लगातार एक महिना से ज़्यादा यूज़ न करें, और स्थानीय वैद्य जी सलाह से और उनकी देख रेख में ही इसका यूज़ करना चाहिए, क्यूंकि यह बहुत तेज़ी से असर करने वाली रसायन औषधि है.
प्रेगनेंसी और फीडिंग कराने वाली महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए.
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