आपके लिए मैं आयुर्वेदिक दवाओं का सटीक विश्लेषण लेकर आते रहता हूँ और आज आयुर्वेद के एक ज़बरदस्त दवा आरोग्यवर्धिनी वटी के सम्पूर्ण जानकारी दूंगा और इसके बारे में कुछ ऐसी जानकारी भी दूंगा जिसे आपको जानना बहुत ज़रुरी है.
आरोग्यवर्धिनी वटी एक ऐसी औषधि है जो लगभग सभी बीमारियों को दूर करती है और आपको आरोग्यता प्रदान करती है. कैसे वह सब आगे बताऊंगा.
आज आप जानेंगे कि आरोग्यवर्धिनी वटी क्या है?
आरोग्यवर्धिनी वटी के घटक या कम्पोजीशन क्या हैं?
इसकी निर्माण विधि क्या है?
इसकी मात्रा और सेवन विधि क्या है?
इसके गुण या प्रॉपर्टीज क्या हैं?
आरोग्यवर्धिनी वटी के क्या क्या फ़ायदे हैं?
क्या आरोग्यवर्धिनी वटी का कुछ साइड इफेक्ट्स भी है ?
तो आईये इन सभी के बारे में पॉइंट तो पॉइंट पूरा डिटेल में जानते हैं-
आरोग्यवर्धिनी वटी क्या है?
आरोग्य और वर्धिनी यह दो शब्दों की संधि है.
आरोग्य का मतलब होता है - स्वास्थ प्रदान करने वाला, हेल्थ देने वाला, सेहत देने वाला और वर्धिनी का मतलब होता है - बढ़ाने वाली
इस तरह से इसका अर्थ होता है स्वास्थ्य बढ़ाने वाली गोली
इसके सेवन से आपके शरीर की जो भी बीमारी हो दूर होकर शरीर स्वस्थ होता है.
इसे ही आरोग्यवर्धिनी वटक और आरोग्यवर्धिनी रस के नाम से भी जाना जाता है.
आरोग्यवर्धिनी वटी के घटक या कम्पोजीशन क्या हैं? इसकी निर्माण विधि क्या है?
आरोग्यवर्धिनी वटी की मात्रा और सेवन विधि
1 से 2 गोली तक दिन में दो बार सुबह-शाम, पानी, पुनर्नवारिष्ट, पुनर्नवा क्वाथ, कुमार्यासव या त्रिफला हिम के साथ या फिर स्थानीय वैद्य जी की सलाह के अनुसार उचित अनुपान से लेना चाहिए
आरोग्यवर्धिनी वटी के गुण या प्रॉपर्टीज
आरोग्यवर्धिनी वटी के गुणों की बात करें तो यह वात-पित्त-कफ़ तीनो दोषों को बैलेंस करने वाली, दीपन-पाचन, हृदय को बल देने वाली, शरीर के स्रोतों का शोधन करने वाली, बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट, शरीर के विषाक्त तत्वों या टोक्सिंस को बाहर निकालने वाली, हार्ट की कमज़ोरी को दूर करने वाली और भूख बढ़ाने वाली है. यहाँ तासीर में न गर्म है न ठण्डी, बल्कि नार्मल होती है.
आरोग्यवर्धिनी वटी के फ़ायदे
यह लीवर, स्प्लीन, हार्ट, किडनी, लंग्स, पेट, छोटी आंत, बड़ी आंत, गर्भाशय, त्वचा इत्यादि सभी पर असर करती है, जिस से हर तरह की बीमारी दूर होती है. मोटापा, कोलेस्ट्रॉल, थाइरायड, पित्ताशय की सुजन, पित्त की पत्थरी, बुखार इत्यादि रोगों में भी इसका प्रयोग किया जाता है.
लीवर-स्प्लीन हेल्थ के लिए
लीवर की कोई भी समस्या हो, लीवर बढ़ गया हो, फैटी लीवर हो, जौंडिस हो, स्प्लीन बढ़ गया हो तो इसका सेवन करना चाहिए.
पेट, बड़ी आंत और छोटी आंत के लिए
पाचन की समस्या हो, भूख की कमी, अरुचि, अग्निमान्ध, छोटी-बड़ी आंत की ख़राबी हो तो यह सभी समस्या को दूर कर देती है. यह पाचन विकृति और पाचन कमज़ोरी को दूर कर देती है.
सुजन के लिए
शरीर में कहीं भी सुजन हो, किसी भी अंग की सुजन हो तो इसके सेवन से सुजन दूर होता है.
हार्ट हेल्थ के लिए
यह आपके हृदय की कमज़ोरी दूर कर हार्ट को मज़बूत बनाती है.
कब्ज़ के लिए
क़ब्ज़ या Constipation की पुरानी से पुरानी समस्या में इसके सेवन से लाभ हो जाता है. आँतों में चिपका हुआ मल, जो साधारण रेचक औषधियों से नहीं निकलता हो, उसमे भी यह असरदार है. आँतों में जमे-चिपके पुराने सूखे मल का भेदन कर यह निकाल देती है.
त्वचा विकारों या स्किन डिजीज के लिए
स्किन की कोई भी समस्या क्यूँ न हो? फोडा-फुंसी से लेकर, एक्जिमा, सोरायसिस और कुष्ठव्याधि तक में इसका सेवन कराया जाता है. सभी तरह के स्किन डिजीज का मेरा अनुभूत योग 'चर्मरोगान्तक योग' जो स्किन डिजीज के लिए 'ब्रह्मास्त्र' की तरह है, इसमें भी 'आरोग्यवर्धिनी वटी' मिली होती है.
मोटापा के लिए
मोटापा की दवाओं के साथ इसे सहायक औषधि के रूप में लेना चाहिए, यह बॉडी के एक्स्ट्रा फैट को कम करती है.
तो इस तरह से आरोग्यवर्धिनी वटी एक ऐसी दवा है सभी रोगों में यूज़ कर सकते हैं, चाहे रोग किसी भी दोष की विकृति से क्यूँ न हो.
आरोग्यवर्धिनी वटी का पूरा लाभ मिले इसके लिए पुरे विधी-विधान से बेहतरीन क्वालिटी की बनी होनी चाहिए.
मैं जो यूज़ करता हूँ और यूज़ करवाता हूँ उसका दिया गया है. जिसके 60 गोली की क़ीमत सिर्फ 90 रुपया है.
मार्केट में एक कंपनी है जहाँ इस तरह दवा सस्ती मिलती है, और क्वालिटी एकदम घटिया गोबर वाली. उसका नाम मैं नहीं लूँगा.
आरोग्यवर्धिनी वटी के बारे में के राज़ की बात
इसे खरलकर या पीसकर खाने से पूरा लाभ मिलता है, पीस नहीं सकते तो चबाकर खाना चाहिए. यह बात आपको कोई नहीं बताएगा, यह अनुभव की बात है.
क्या आरोग्यवर्धिनी वटी का कुछ साइड इफेक्ट्स भी है ?
नहीं, इसे सही डोज़ में उचित अनुपान के साथ स्थानीय वैद्य जी की सलाह के अनुसार लीजिये, साइड इफ़ेक्ट क्यूँ होगा? यह कोई अंग्रेज़ी दवा थोड़े ही है जो एक तरफ़ फ़ायदा करे और दूसरी तरफ़ नुकसान
इसे कितने समय तक यूज़ कर सकते हैं?
इसे आप लगातार चार से छह महिना तक यूज़ कर सकते हैं.
होमियो, अंग्रेजी दवा और कोई हेल्थ सप्लीमेंट का सेवन करते हुए भी आप इसका यूज़ कर सकते हैं, बस दूसरी दवाओं और इसमें आधा से एक घंटा का गैप रखें.
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