शहद और इसके फ़ायदे के बारे में कौन नहीं जानता. छोटे बच्चों से लेकर बड़े-बूढ़े सभी लोग इसे पसन्द करते हैं. और आयुर्वेद की अधिकतर औषधियों को शहद के साथ सेवन किया जाता है.
पर क्या आप जानते हैं कि जिस मीठी चीज़ को अमृत समझ कर आप सेवन कर रहे हैं वह मीठा ज़हर भी हो सकता है? पर कैसे? यही सब आज बताने वाला हूँ, आईये सबकुछ विस्तार से जानते हैं -
मधु, हनी या शहद आप जो भी नाम लें इसका, सबसे ज़्यादा मिलावट की जाने वाली दुनिया की चीजों में से यह एक है.
असली शहद अमृत तुल्य माना जाता है जिसे हर उम्र के लोग हर तरह की बीमारी इसका सेवन कर लाभ उठाते हैं.
शहद के फ़ायदे
इसके फ़ायदे तो आप जानते ही होंगे, संक्षिप्त में बता दूँ कि यह इम्युनिटी बूस्टर, एन्टी, ऑक्सीडेंट, एंटी सेप्टिक, एन्टी बैक्टीरियल जैसे गुणों से भरपूर होता है. यह सब फ़ायदे आपको तभी मिलेंगे जब शहद असली हो.
विज्ञान ने आज इतना तरक्की कर ली है कि बिल्कुल शहद जैसी चीज़ प्रयोगशाला में बनने लगी है जो की बहुत सस्ती होती है कौड़ी के भाव की.
आपको यकीन नहीं होगा भारत में बिक रहे शहद के जितने भी पॉपुलर ब्रांड हैं उनमे से अधिकतर नक़ली शहद है. रिपोर्ट में आया है कि 13 में से 10 ब्रांड के शहद बिल्कुल बनावटी हैं, मिलावटी हैं. इनमे छोटे-बड़े ब्रांड से लेकर नयी-पुरानी बहुत सी कंपनियाँ हैं जिसमे डाबर, बैद्यनाथ, पतंजलि, झंडू जैसी कम्पनियां.
इनके बड़े-बड़े ऐड/विज्ञापन आप सुबह से शाम तक टीवी पर देख सकते हैं, जो असली शहद के नाम पर लोगों को मूर्ख बनाते हैं.
आज के समय में शहद का जितना खपत होता है उसका 25% तक भी मधुमखियों से या प्राकृतिक तौर पर उत्पादन नहीं होता है. पर जहाँ भी मार्केट में देखें शहद की कभी क़िल्लत नहीं होती है, आप जितना चाहें मिल जायेगा.
इसी से आप समझ सकते हैं कि इतना शहद आता कहाँ से है. सस्ती वस्तुओं का वैश्विक निर्माता चाइना बनावटी शहद दुनिया के अधिकतर देशों को सप्लाई कर रहा है. यह ऐसा बनावटी शहद बनाता है कि हमारे देश भारत की किसी भी लेबोरेटरी में आप टेस्ट करा लो, पकड़ में नहीं आयेगा. यह लोग खुले तौर पर बताते हैं कि हमारा शहद लो आपके देश के फलां-फलां टेस्ट में यह पकड़ में नहीं आयेगा. यह नक़ली शहद जो है वह शुगर सिरप का मॉडिफाइड वर्ज़न है.
मिलावट का यह बाज़ार कोई नया नहीं है, कभी-कभार न्यूज़ में इस तरह की सच्चाई आती है पर यह लोग इतने बड़े मार्केट लीडर और माफ़िया हैं कि कोई इनके सामने टिक नहीं पायेगा. आप चाहें तो गूगल पर सर्च कर लें इस से रिलेटेड ख़बर मिल जाएगी.
अब सवाल यह उठता है कि असली शहद कहाँ से मिलेगा?
असली शहद के लिए अगर आपके आस-पास मधुमक्खी का छत्ता है तो वहां से निकलवाएँ, या फिर हनी फार्म जाकर अपने सामने शहद निकलवाएँ.
मेरे चिकित्सालय में औषधिय प्रयोग के लिए असली शहद निकलवाता हूँ. झारखण्ड/बिहार के बॉर्डर के जंगल से बिल्कुल प्राकृतिक आर्गेनिक हनी. स्थानीय आदिवासी समुदाय के व्यक्ति जंगली पेड़ों से ढूंडकर शहद निकालते हैं हमारे गाइड की देख रेख में. यह अलग-अलग सीजन में अलग टेस्ट और थोड़ा अलग रंग का होता है. यह सिमित मात्रा में ही मिलता है, जिस से हमारे क्लिनिक की ज़रुरत पूरी हो जाती है.
अगर आप यह असली शहद ट्राई करना चाहते हैं तो इसका लिंक दिया गया है, मंगाकर यूज़ कीजिये और अपने अनुभव कमेंट कर बताईये.
यदि आप शहद के रोगानुसार प्रयोग और इसके फ़ायदों के बारे में डिटेल जानकारी चाहते हैं तो कमेंट कर ज़रूर बताईये.
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