दर्द वाले रोग अक्सर कष्टदायक होते हैं, इसे वही बेहतर समझ सकता है जिसे किसी
तरह का दर्द हो. जोड़ों का दर्द, कमर दर्द,
साइटिका, गठिया वात इत्यादि हर तरह के वातरोगों की असरदार औषधि है ‘वातान्तक वटी’
जिसके बारे में आज बताने वाला हूँ, तो आईये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-
वातान्तक वटी- जैसे कि इसके नाम से ही पता चलता है वात रोगों का अन्त करने
वाली टेबलेट. इसका कम्पोजीशन बड़ा ही यूनिक है, सबसे पहले जानते हैं-
वातान्तक वटी का कम्पोजीशन-
इसे हरड़, सोंठ, सुरंजान, ग्वारपाठा, सनाय, एरण्ड, इन्द्रायण और शुद्ध गुग्गुल
के मिश्रण से बनाया गया है. गुग्गुल के साथ सुरंजान, एरण्ड और इन्द्रायण जैसी
जड़ी-बूटियों का योग इसे एक बेहद प्रभावशाली औषधि बनाता है ख़ासकर वातरोगों के लिए.
वातान्तक वटी के गुण –
यह वात नाशक तो है ही, साथ ही Analgesic, Anti inflammatory, Digestive, Mild Laxative और लिवर
प्रोटेक्टिव गुणों से भरपूर है.
वातान्तक वटी के फ़ायदे-
यह जोड़ों के दर्द, सुजन, गठिया आमवात से लेकर साइटिका, लकवा और पक्षाघात जैसे
हर तरह के वात रोगों को दूर करने में सक्षम है.
दर्द वाले वातरोगों में इसका सेवन करने से अच्छा लाभ होता है, धैर्यपूर्वक सेवन
करने से कठिन से कठिन वात रोग दूर होते हैं.
वातान्तक वटी की मात्रा और सेवन विधि –
एक से दो गोली तक रोज़ दो-तीन बार तक पानी या दूध से. इसके साथ में हमारा ‘वातरोगनाशक योग’ या वातरोगहर कैप्सूल लेने से जल्दी लाभ मिलता है. बस धैर्य से लगातार
इसका सेवन करते रहने से वातरोगों से मुक्ति मिलती है.
इसके एक पैक की क़ीमत सिर्फ 160 रुपया है जो ऑनलाइन अवेलेबल है हमारे स्टोर
lakhaipur.in पर जिसका लिंक दिया गया है.
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