दिल की बीमारी या हार्ट डिजीज, यह सुनकर ही कुछ लोग घबरा जाते हैं. पर आप
घबराएँ नहीं, इसकी चीप एंड बेस्ट दवा बताने वाला हूँ.
ह्रदयरोगान्तक कैप्सूल और ह्रदयरोगान्तक चूर्ण. यह तरह की हार्ट की
प्रॉब्लम के लिए बेजोड़ है, चाहे दिल की कमजोरी हो, धड़कन बढ़ती हो, ब्लॉकेज हो या फिर
ब्लड प्रेशर. तो आईये इन दोनों दवाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं –
हार्ट की बीमारी को लोग अक्सर महँगी बीमारी समझते हैं और ऐसा है भी. पर इसके
कुछ सस्ते उपाय भी हैं जो आज बता रहा हूँ. आम आदमी के लिए महँगा ट्रीटमेंट आसान
नहीं है, पर आयुर्वेद में इसका भी उपाय है. अर्जुन हृदय रोगों की प्रसिद्ध
आयुर्वेदिक औषधि है और इसी का योग है ह्रदयरोगान्तक कैप्सूल और ह्रदय रोगान्तक
चूर्ण. तो सबसे पहले जानते हैं -
ह्रदयरोगान्तक कैप्सूल के घटक या कम्पोजीशन –
इसे अर्जुनत्वक घनसत्व, अर्जुनत्वक
चूर्ण, मुक्ता पिष्टी और अकीक पिष्टी के मिश्रण से बनाया गया है.
ह्रदयरोगान्तक कैप्सूल के फ़ायदे-
हार्ट की हर तरह की बीमारी में बेहद असरदार है. हार्टबीट या धड़कन बढ़ना, घबराहट
होना, हार्ट में दर्द होना, हार्ट की कमज़ोरी, वाल्व की कमज़ोरी और हार्ट की ब्लॉकेज
में इस से फ़ायदा होता है. यह ब्लड प्रेशर को नार्मल करता है, BP लो होने या BP हाई
होने में भी असरदार है.
ह्रदयरोगान्तक कैप्सूल की मात्रा और
सेवन विधि – एक से दो कैप्सूल सुबह-शाम अर्जुनारिष्ट या अर्क गावज़बाँ से लेना
चाहिए.
ह्रदयरोगान्तक चूर्ण
इसका कम्पोजीशन सिंपल पर बेजोड़ है. से अर्जुन की छाल, असगंध और पोहकरमूल के
मिश्रण से बनाया गया है.
ह्रदयरोगान्तक चूर्ण के फ़ायदे-
यह चूर्ण ह्रदयरोग या हार्ट की हर तरह की बीमारी
में बेहद असरदार है. हार्टबीट या धड़कन बढ़ना, घबराहट होना, हार्ट में दर्द होना,
हार्ट की कमज़ोरी और हार्ट की ब्लॉकेज में इस से फ़ायदा होता है. यह हाई ब्लड प्रेशर
को भी कण्ट्रोल करता है.
ह्रदयरोगान्तक चूर्ण की मात्रा और सेवन विधि –
एक से दो स्पून तक सुबह-शाम
भोजन के बाद लेना चाहिए. या फिर विशेष लाभ के लिए क्षीरपाक विधि से लें. इसके लिए
250 ML दूध में 100 ML पानी और दो स्पून ह्रदयरोगान्तक चूर्ण मिक्स कर उबालें और
जब सिर्फ 200 ML दूध बचे तो छानकर रोज़ एक-दो बार पीना चाहिए.
ह्रदयरोगान्तक कैप्सूल और ह्रदयरोगान्तक चूर्ण दोनों ऑनलाइन अवेलेबल हैं हमारे
स्टोर पर जिसका लिंक दिया गया है-
ह्रदयरोगान्तक कैप्सूल के 60 कैप्सूल की क़ीमत है सिर्फ 180 रुपया और चूर्ण की
क़ीमत है 165 रुपया.
तो दोस्तों हार्ट की बीमारी में आप इन दोनों दवाओं का इस्तेमाल कीजिये और फिर
देखिये इसके फ़ायदे.
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