सोरायसिस एक बड़ा ही हठी रोग है जो अंग्रेज़ी दवाओं से कभी ठीक नहीं होता है. आयुर्वेदिक चिकित्सा से यह 100% ठीक हो जाता है अगर सही औषधियों का सेवन किया जाये. आज के इस विडियो में सोरायसिस की बेस्ट ट्रीटमेंट के बारे में बताने वाला हूँ और ऐसी दवाओं की जानकारी देने वाला हूँ जिसे हमारे यहाँ लगभग चालीस सालों से प्रयोग कर सैंकड़ों रोगियों को ठीक किया गया है, तो आईये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं -
सोरायसिस एक चर्मरोग है जो किसी को भी हो सकता है जो रक्तदुष्टि या फिर आनुवंशिक कारणों से होता है. आयुर्वेदानुसार यह कुष्ठरोग के अंतर्गत आता है. मैं समझता हूँ इसकी ज़्यादा इंट्रोडक्शन की ज़रूरत नहीं है, आप सभी अच्छी तरह इसे जानते हैं.
सोरायसिस से मुक्ति के पाने के लिए इन औषधियों का सेवन करना चाहिए धैर्यपूर्वक-
1) चर्मरोगान्तक कैप्सूल एक-एक सुबह-शाम
2) पंचतिक्त घृत गुग्गुल स्पेशल- दो-दो गोली सुबह-शाम
3) निम्बादि चूर्ण - एक स्पून सुबह-शाम
4) चर्मरोगारि तेल - लगाने के लिए
साथ में 4 स्पून महा मंजिष्ठारिष्ट आधा कप पानी से भोजन के बाद दो बार लेना चाहिए. कब्ज़ न हो इसके लिए सुगम चूर्ण, विरेचनी वटी या पंचसकार चूर्ण जैसी कोई एक रात में सोने से पहले लेनी चाहिए.
बस यही दवाओं को लगातार धैर्यपूर्वक सेवन करते रहें से अंग्रेज़ी डॉक्टरों द्वारा असाध्य माने जाने वाले सोरायसिस से निश्चित रूप से मुक्ति मिल जाती है.
अब आपका सवाल होगा की कितना दिन यूज़ करना है? रोगानुसार कम से कम छह महिना से एक साल या अधीक समय तक लेना चाहिए. आयुर्वेद में चर्मरोगों को मुख्यतः दो केटेगरी में रखा गया है, क्षुद्र कुष्ठ और महा कुष्ठ. सोरायसिस महा कुष्ठ के अंतर्गत आता है, इसलिए समय तो लगेगा भाई!!
यह 100% सुरक्षित दवाएं हैं, किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं होता है.
परहेज़ - नॉन वेज, हर तरह का नशा, अल्कोहल, बैगन, सेम, मटर, नमक और गरिष्ठ भोजन का त्याग करें. साधारण नमक की जगह सेंधा नमक यूज़ करना चाहिए.
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तो दोस्तों, अगर किसी को सोरायसिस है तो चिंता न करें, इन दवाओं से के सेवन से इस बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं.
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