कुटज बिल्वादि घन वटी आयुर्वेदिक औषधि है जो दस्त, ग्रहणी, संग्रहणी या IBS, कोलाइटिस, अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसे पेट की बीमारियों में बेहद असरदार है, तो आईये जानते हैं कुटज बिल्वादि घन वटी के बारे में विस्तार से -
कुटज बिल्वादि घन वटी के घटक या कम्पोजीशन -
जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है कुटज की छाल और बिल्व फल मज्जा का घनसत्व ही इसका मेन इनग्रीडेंट होता है. इसमें इसकी विशेष भावना देकर 500mg की गोलियाँ बनाई जाती हैं.
कुटज बिल्वादि घन वटी के फ़ायदे-
दस्त होना, आंव आना, कोलाइटिस, अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसे रोगों में इसका प्रयोग करना चाहिए.
संग्रहणी या IBS से कई लोग परेशान रहते हैं, इसमें में भी इसके लगातार सेवन से समस्या दूर होती है. अगर आप IBS के लिए तरह-तरह की दवा ट्राई कर थक चुके हैं तो इसे एक बार अवश्य प्रयोग करें.
पेचिश और ख़ूनी दस्त जैसी पेट की बीमारियों में इसका सेवन करना चाहिए.
कुटज बिल्वादि घन वटी की मात्रा और सेवन विधि -
दो गोली सुबह-शाम छाछ या पानी से लेना चाहिए. कम उम्र के लोगों को एक-एक गोली सुबह-शाम दे सकते हैं. इसे हल्का चबाकर खाना चाहिए. यह बिल्कुल सेफ़ दवा है, किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं होता है.
इसका सेवन करते हुवे तेल, मसाला, ऑयली, फ्राइड फ़ूड, मिठाई, दूध और गरिष्ठ भोजन से परहेज़ करना चाहिए. दही, छाछ और अनार का जूस का सेवन करना चाहिए.
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