पाइल्स और फिश्चूला की बढ़ी हुयी कंडीशन में भी अगर तीनों को दो-दो टेबलेट सुबह शाम छाछ के साथ लिया जाये तो अच्छा रिजल्ट मिलता है.
ख़ूनी और बादी बवासीर या ब्लीडिंग और नॉन ब्लीडिंग पाइल्स और फिश्चूला इन दवाओं के इस्तेमाल से ठीक हो जाता है.
पतंजलि के अर्श कल्प वटी की जगह पर आप हिमालया का पाईलेक्स भी यूज़ कर सकते हैं. इन सब के साथ अभ्यारिष्ट या फिर बड़ी हर्रे का चूर्ण भी लिया जा सकता है.
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