शिलाप्रवंग टेबलेट यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन, पेशाब की जलन, प्रोस्टेट, इरेक्टाइल डिसफंक्शन और मर्दाना कमज़ोरी जैसे पुरुष रोगों में फ़ायदेमंद हैं, तो आईये जानते हैं शिलाप्रवंग का कम्पोजीशन, फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल-
शिलाप्रवंग टेबलेट आयुर्वेदिक कम्पनी धूतपापेश्वर का ब्रांड है जिसमे शिलाप्रवंग स्पेशल टेबलेट की तरह स्वर्ण भस्म और मकरध्वज जैसी कीमती दवा नहीं मिली होती है, इसके कम्पोजीशन की बात करें तो इसके हर टेबलेट में -
शुद्ध शिलाजीत- 30 mg, प्रवाल पिष्टी- 30 mg, वंग भस्म- 30 mg, मोती पिष्टी- 1 mg, स्वर्णमाक्षिक भस्म, भीमसेनी कपूर, वंशलोचन प्रत्येक- 20 mg, छोटी इलायची- 10 mg, गिलोय सत्व और गोखरू प्रत्येक 50-50 mg का मिश्रण होता है.
यह वात और कफ़ दोष को बैलेंस करता है.
शिलाप्रवंग टेबलेट के फ़ायदे-
डायबिटीज, पेशाब का इन्फेक्शन या UTI, पेशाब की जलन, पेशाब करने में दर्द होना, प्रोस्टेट ग्लैंड का बढ़ जाना शीघ्रपतन, इरेक्टाइल डिसफंक्शन, स्पर्म काउंट की कमी, कमज़ोरी, थकावट जैसे रोगों में इसके इस्तेमाल से फ़ायदा होता है.
महँगा होने के कारन जो लोग शिलाप्रवंग स्पेशल का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं वो इसका इस्तेमाल कर सकते हैं, दोनों के लगभग एक जैसे ही फ़ायदे होते हैं.
शिलाप्रवंग टेबलेट की मात्रा और सेवन विधि-
एक से दो टेबलेट सुबह शाम दूध से खाना के बाद लेना चाहिए, या फिर डॉक्टर की सलाह के अनुसार. इसे लगातार दो महिना तक लिया जा सकता है. इसके 40 टेबलेट के पैक की क़ीमत क़रीब 300 रुपया है.
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