जवारिश मस्तगी पेट की बीमारियों की दवा है जो दस्त, लीवर की कमज़ोरी को दूर कर हाजमा ठीक करती है, तो आईये जानते हैं जवारिश मस्तगी का कम्पोजीशन, फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल -
जवारिश मस्तगी के कम्पोजीशन की बात करें तो इसे रूमी मस्तगी, अर्क गुलाब और कंद सफ़ेद मिलाकर बनाया जाता है. यह यूनानी मेडिसिन की जवारिश कैटेगरी की दवा है.
जवारिश मस्तगी के फ़ायदे-
यह पेट, लीवर और आँतों को ताक़त देती है, हाजमा की कमज़ोरी की वजह से होने वाले दस्त को रोकती है. ज्यादा पेशाब होना, मुंह का मज़ा ख़राब होना, ज़्यादा राल बनना जैसी प्रॉब्लम दूर करती है.
यह लीवर के फंक्शन को सही करती है, भूख बढ़ाती है और Digestion को ठीक कर देती है.
जवारिश मस्तगी का डोज़ -
5 से 10 ग्राम तक सुबह शाम अर्क बादियान या पानी से लेना चाहिए. हमदर्द, रेक्स जैसी कंपनियों की यह दवा यूनानी दवा दुकान से या फिर ऑनलाइन ले सकते हैं.
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