हिमालया स्टिपलोन हर्बल मेडिसिन है जो बॉडी में कहीं से भी होने वाली ब्लीडिंग को रोकता है. तो आईये जानते हैं हिमालया स्टिपलोन का कम्पोजीशन, फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल -
हिमालया स्टिपलोन जड़ी-बूटियों और भस्मों के कॉम्बिनेशन से बनाया जाता है, इसके कम्पोजीशन की बात करें तो इसमें - वसाका, आमलकी, दूर्वा, नागकेसर, लज्जालु, लोध्र, चन्दन, अनन्तमूल, प्रवाल पिष्टी, त्रिनकान्तमणि पिष्टी और सौराष्ट्री भस्म का मिश्रण होता है.
इसमें मिलायी गयी जड़ी-बूटियां ब्लीडिंग रोकने में बेहद असरदार हैं.
हिमालया स्टिपलोन के फ़ायदे-
ब्लीडिंग वाली हर तरह की बीमारी में इसका इस्तेमाल किया जाता है.
मसूड़ों से खून आना, पाइल्स की ब्लीडिंग, नकसीर या नाक से खून आना, पेशाब से खून आना, Uterine ब्लीडिंग और पीरियड की Excessive ब्लीडिंग में इसके इस्तेमाल से फ़ायदा होता है.
कुल मिलाकर समझ लीजिये कि ब्लीडिंग वाली किसी भी बीमारी में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
हिमालया स्टिपलोन का डोज़-
2-2 टेबलेट रोज़ तीन बार पानी से कम से कम पांच दिन या फिर डॉक्टर की सलाह के अनुसार लेना चाहिए. इसका ऑलमोस्ट कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है, इसके 30 टेबलेट के पैक की क़ीमत करीब 75 रुपया है. इसे मेडिकल स्टोर से या फिर ऑनलाइन खरीद सकते हैं निचे दिए लिंक से-
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