ल्यूकोरिया महिलाओं की ऐसी बीमारी है जो हेल्थ डाउन कर शरीर को अन्दर से खोखला कर देती है, और तरह-तरह की दवा खाने के बाद भी यह बीमारी जल्दी नहीं जाती है. तो आईये जानते हैं कि इस बीमारी में कौन-कौन सी आयुर्वेदिक दवा को किस तरह से इस्तेमाल करना चाहिए-
दोस्तों, आज जो आयुर्वेदिक योग मैं बता रहा हूँ वह 100% इफेक्टिव है, जो की कुछ इस तरह से है-
अगर कब्ज़ या Constipation की भी प्रॉब्लम हो तो सबसे पहले त्रिफला चूर्ण या फिर दूध में एरंड तेल मिलाकर पीना चाहिए उसके बाद ही दवाएँ सही से असर करेंगी-
योग नंबर - 1
स्वर्णमालिनी वसंत रस - 3 ग्राम, प्रदरान्तक लौह- 6 ग्राम, कामदुधा रस(मोती युक्त)- 3 ग्राम, त्रिवंग भस्म- 3 ग्राम, कुक्कुटांडत्वक भस्म - 3 ग्राम और सितोपलादि चूर्ण - 30 ग्राम
सभी को अच्छी तरह से मिक्स कर खरल करें और 30 पुडिया बना लें. एक-एक पुडिया सुबह शाम शहद में मिक्स कर खाना खाने के पहले लेना है. इसे लगातार 15 दिन तक लेने के बाद योग नंबर - 2 का इस्तेमाल करें.
योग नंबर- 2
वसन्तकुसुमाकर रस - 3 ग्राम, त्रिवंग भस्म- 3 ग्राम, कुक्कुटांडत्वक भस्म - 6 ग्राम, प्रदरारि रस- 6 ग्राम, गोदंती भस्म- 6 ग्राम, प्रवाल पिष्टी- 6 ग्राम और सितोपलादि चूर्ण - 30 ग्राम
सभी को मिक्स कर खरल कर लें और 30 पुड़िया बना दें. एक-एक पुडिया सुबह-शाम शहद में मिक्स कर खाना है और ऊपर से एक कप दूध पीना है. इसे भी खाना के पहले लेना है सुबह शाम.
अशोकारिष्ट और पत्रांगासव दोनों 2-2 चम्मच बराबर मात्रा में पानी मिक्स कर भोजन के बाद सुबह शाम लेना है.
सुपारी पाक एक-एक चम्मच सुबह शाम दूध से लेना है. योग नंबर- 2 और दूसरी दवाओं को लगातार कम से कम 45 दिन यूज़ करना चाहिए. कब्ज़ न होने दें, त्रिफला चूर्ण या सफगोल को रात में सोने पहले लिया करें.
मिर्च, मसाला, फ़ास्ट फ़ूड, और खट्टी चीजों से परहेज़ रखें. हल्का सुपाच्य भोजन करें. फिटकरी के पानी से प्राइवेट पार्ट की सफ़ाई भी करना चाहिए.
यहाँ बताया गया आयुर्वेदिक योग ल्यूकोरिया को दूर करने में 100% इफेक्टिव है. आयुर्वेदिक डॉक्टर की देख रेख में यूज़ करें, और बीमारी से छुटकारा पायें.
आयुर्वेदिक प्रैक्टिस करने वाले जो लोग भी हमें फॉलो करते हैं, इसे अपने रोगियों पर प्रयोग कर धन और यश कमायें.
इसे भी जानिए-
loading...
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें