यार्सागुम्बा को हिमालयन वियाग्रा भी कहा जाता है अंग्रेज़ी में इसे Cordiceps कहते हैं, जबकि इसका पूरा नाम Cordiceps Sinesis है. इसे ख़ासकर पॉवर, स्टैमिना और सेक्सुअल पॉवर बढ़ाने के लिए यूज़ किया जाता है. यह चमत्कारी गुणों से भरपूर औषधि है और इसके कई सारे दुसरे फ़ायदे भी हैं, तो आईये जानते हैं यार्सागुम्बा या हिमालयन वियाग्रा के बारे में पूरी डिटेल -
यार्सागुम्बा हिमालयन एरिया में पाया जाता है, नेपाल, चीन, तिब्बत जैसे देशों में मिलता है.
इसे कई नामों से जाना जाता है यार्सागुम्बा इसका तिब्बतियन नाम है. अंग्रेज़ी में इसे Cordiceps Sinesis, Caterpillar Fungus, Caterpillar Mushroom और Chinese Caterpillar Fungus जैसे नामों से जाना जाता है. नेपाली में इसे किरा झार या कीड़ा झार कहा जाता है.
यह एक तरह का फंगस है जिसे कीड़ा और मशरूम का मिश्रण कह सकते हैं. जैसा कि इसे देखने से ही पता चलता है इसके रूट या जड़ की तरफ कीड़ा है जबकि ऊपर का भाग फंगस या एक तरह का मशरूम है. यह बहुत ही रेयर होता है, जिसकी वजह से काफी महँगा भी है. सूखे हुवे यार्सागुम्बा की बहुत डिमांड होती यौन शक्तिवर्धक दवा के रूप में. इसके एक किलो की क़ीमत 60 लाख रुपया से भी ज़्यादा है.
यार्सागुम्बा कई तरह के विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होता है, इसमें विटामिन बी -1, विटामिन बी -2, विटामिन बी- 12, विटामिन K जैसे विटामिन्स के अलावा कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं.
यार्सागुम्बा के औषधीय गुण -
यह एक बेहतरीन यौन शक्ति वर्धक, पॉवर-स्टैमिना बढ़ने वाला, टॉनिक, एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी एजिंग, एंटी ट्यूमर, एंटी कैंसर, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है.
यार्सागुम्बा या हिमालयन वियाग्रा के फ़ायदे -
यौन शक्ति बढ़ाने के लिए वियाग्रा की तरह ही इसका सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता है. शीघ्रपतन, इरेक्टाइल डिसफंक्शन, इम्पोटेंसी में बेहद असरदार है. पॉवर और स्टैमिना बढ़ाने के लिए यह दुनियाभर में पोपुलर है.
यह टॉनिक की तरह भी काम करता है, शारीरिक कमज़ोरी, थकान, चिंता- तनाव को दूर करता है.
एंटी एजिंग है, बुढ़ापे के लक्षणों को कम करता है चुस्ती-फुर्ती लाता है और इम्युनिटी पॉवर को बढ़ाता है.
दिल, दिमाग, नर्वस सिस्टम और फेफड़ों को तकत देता है, मेमोरी लॉस, खाँसी, ब्रोंकाइटिस में फ़ायदेमंद है.
खून की कमी को दूर करता है, कोलेस्ट्रॉल कम करता है.
किडनी और ब्लैडर की बीमारियों में भी इफेक्टिव है, रात में बार-बार पेशाब होना और किडनी फेलियर में फ़ायदेमंद है.
यार्सागुम्बा के इस्तेमाल से महिलाओं में यौनेक्षा की कमी दूर होती है. कुल मिलाकर देखा जाये तो यह न सिर्फ पॉवर और स्टैमिना को बढ़ाता है बल्कि टॉनिक और हेल्थ सप्लीमेंट की तरह भी काम करता है.
यार्सागुम्बा का डोज़ और इस्तेमाल करने का तरीका-
250 mg से 1.5 ग्राम तक रोज़ दो बार खाना खाने के दो-तीन घंटे के बाद पानी से लेना चाहिए. इसका डोज़ पाचन शक्ति और बॉडी की कंडीशन पर डिपेंड करता है. इसे कई लोगों में शुरू में ज़्यादा डोज़ भी दिया जाता है एक हफ्ते तक, उसके बाद नार्मल Maintaining डोज़. इसे मैक्सिमम तीन महीने तक यूज़ कर सकते हैं.
यार्सागुम्बा का साइड इफ़ेक्ट -
इसे ऑलमोस्ट सेफ़ दवा माना जाता है पर हर किसी यह सूट नहीं करती. पेट की ख़राबी, डायरिया, चक्कर, सर दर्द और मुँह सुखना जैसी प्रॉब्लम हो सकती है, अगर आपको यह सूट न करे.
इसका कैप्सूल और टेबलेट मार्केट में मिल जाता है, इसे ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं निचे दिए लिंक से-
इसे भी जानिए -
loading...
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें