नीलगिरी तेल का नाम आपने सुना ही होगा इसे दर्द, सर्दी-जुकाम और स्किन की प्रॉब्लम के लिए इस्तेमाल किया जाता है, तो आईये जानते हैं नीलगिरी तेल क्या है? इसके फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल -
नीलगिरी तेल को अंग्रेजी में यूकोलिप्टस आयल(Eucalyptus Oil) कहते हैं. यूकोलिप्टस एक तरह का पेड़ होता है, उसी के पत्तों से इसका तेल निकाला जाता है. इस पेड़ के पत्ते पतले नुकीले लम्बे होते हैं, तना सफ़ेद और इसके पेड़ काफ़ी ऊँचाई वाले हो जाते हैं.
नीलगिरी तेल के फ़ायदे-
नीलगिरी तेल को लगाने या एक्सटर्नल यूज़ के लिए ही अधिकतर इस्तेमाल किया जाता है. यह नेचुरल दर्दनाशक गुणों से भरपूर होता है.
सर्दी-जुकाम होने पर इसे गले और नाक पर लगाने से राहत मिलती है. जुकाम होने पर इसे गर्म पानी में डालकर इसका भाप(Steam) लेना चाहिए.
इसकी मालिश से जोड़ों और मसल्स के दर्द में राहत मिलता है. इस की कुछ बूंदें गुनगुने पानी में मिक्स कर नहाने से आपको तरो-ताज़गी मिलती है और बदन दर्द दूर होता है.
सर दर्द और बुखार होने पर इसे आप सर, सीने और तलवे में मालिश कर सकते हैं.
नीलगिरी तेल स्किन प्रॉब्लम के लिए भी फ़ायदेमंद है. इसकी मालिश से स्किन सॉफ्ट बनती है, दाग-धब्बे और स्ट्रेच मार्क्स दूर करने में मदद करता है. इसे नारियल तेल में मिलाकर यूज़ कर सकते हैं.
इसे मुल्तानी मिट्टी में मिलाकर फ़ेस पैक के जैसा भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
साइनोसाइटिस में नीलगिरी के तेल को गर्म पानी में मिक्स कर कुल्ली करने से फ़ायदा होता है.
दांत दर्द में भी इसे लगा सकते हैं, कई सारे हर्बल टूथपेस्ट में भी इसे यूज़ किया जाता है.
नीलगिरी तेल या Eucalyptus Oil जो है एंटी सेप्टिक और एंटी बैक्टीरियल गुणों से भी भरपूर होता है, इसे कट जाने, ज़ख्म और चोट पर भी लगा सकते हैं.
ज़हरीले कीड़े, मधुमक्खी वगैरह के काटने पर भी इसे लगाने से फ़ायदा होता है.
आफ्टर शेव भी इसे यूज़ कर सकते हैं.
तो दोस्तों, ये की नीलगिरी तेल के कुछ फ़ायदों की जानकारी. गुणकारी होने की वजह से ही इसे कई तरह के पोपुलर पेन बाम और दर्द नाशक तेल में इस्तेमाल किया जाता है. प्योर नीलगिरी तेल ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं निचे दिए लिंक से-
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