भारत की सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेदिक हिन्दी वेबसाइट लखैपुर डॉट कॉम पर आपका स्वागत है

13 अगस्त 2017

Wheat-grass Benefits & Side Effects | गेहूँ ज्वारा रस के फ़ायदे और नुकसान


व्हीट ग्रास का जूस और पाउडर दोनों तरह से इस्तेमाल किया जाता है. व्हीट ग्रास उगाने के लिए गेहूँ के बीजों को भीगाकर आर्गेनिक मिटटी में बोया जाता है और जब इसके अंकुर होकर घास की तरह उग जाते हैं तो हरे रंग के इस घास या ज्वारे को काटकर जूस बनाकर यूज़ कर सकते हैं या फिर सुखाकर इसका पाउडर भी बनाया जाता है. 

गेहूँ के ज्वारे में कलोरोफिल, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, आयोडीन, सेलेनियम और आयरन जैसे मिनरल्स और विटामिन्स पाए जाते हैं. यह एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी एजिंग, Detoxifying यानि शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने वाले गुणों से भरपूर होता है. 

आईये अब जानते हैं कि व्हीट ग्रास किन रोगों में फ़ायदेमंद है - 

कब्ज़ के लिए - 

गेहूँ ज्वारा फाइबर रिच होने से कब्ज़ के अच्छा माना जाता है, बोवेल मूवमेंट को ठीक कर कब्ज़ को दूर करता है और ब्लीडिंग पाइल्स में इसके इस्तेमाल से फ़ायदा होता है. 

स्किन डिजीज और ब्लड इम्पुरिटी के लिए -

Detoxifying गुण होने यह शरीर से विषाक्त तत्वों और इम्पुरिटी को बाहर निकालता है जिस से खून साफ़ होता है तो स्किन डिजीज में फ़ायदा होता है. 


हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट के लिए - 

व्हीट ग्रास जूस के इस्तेमाल से RBC बढ़ता है, खून की कमी दूर होती है और ब्लड प्रेशर को नार्मल रखने में मदद करता है. हार्ट को प्रोटेक्ट करता है और ह्रदय रोगों से बचाता है. 

एसिडिटी के लिए -

सीने की जलन और एसिडिटी की प्रॉब्लम में भी यह असरदार है. नेचुरल क्षारीय गुण होने से एसिड को कम कर पेट की प्रॉब्लम में राहत देता है. 

एंटी एजिंग है, जवान बनाये रखे-

एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी एजिंग गुण होने और क्लोरोफिल से भरपूर होने से यह एजिंग को स्लो कर देता है. यह बुढ़ापे के लक्षणों को रोकता है और आपको हमेशा जवान बनाये रखने में मदद करता है. 

वज़न कम करने के लिए -

कई सारे रिसर्च यह कहते हैं कि अगर गेहूँ ज्वारा को अपनी डाइट में शामिल किया जाये तो वेट लॉस करने में मदद करता है. जंक फ़ूड से होने वाली ओबेसिटी में इस से फ़ायदा होता है.

मुँह की बदबू और दांत-मसूड़ों के लिए - 

मुँह से बदबू या दुर्गन्ध आने पर गेहूँ ज्वारा को सुबह-शाम चबाया करें, इस से न सिर्फ बदबू दूर होगी बल्कि दांत और मसूड़ों को भी हेल्दी बनाता है. 

कैंसर के लिए - 

हर तरह के कैंसर में व्हीट ग्रास जूस से फ़ायदा होते हुवे देखा गया है. कैंसर के रोगी को इसका इस्तेमाल ज़रूर करना चाहिए. 


यह सब तो हो गए व्हीट ग्रास के फ़ायदे, अब जानते हैं इस से होने वाले नुकसान और साइड इफ़ेक्ट के बारे में -

यह तो ऑलमोस्ट सेफ़ होता है पर कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए
व्हीट ग्रास जूस ज्यादा यूज़ करने पर उल्टी, सर दर्द और दस्त भी हो सकते हैं, इसलिए कम मात्रा में ही शुरू करें और अपनी पाचन शक्ति के अनुसार डोज़ लेना चाहिए. 

कुछ लोगों को इस से एलर्जी भी हो सकती है, अगर इसे लेने से किसी तरह की एलर्जी हो तो इसका यूज़ नहीं करना चाहिए. 

व्हीट ग्रास का डोज़ - 

इसका जूस 25 ML से 50 ML सुबह शाम ले सकते हैं, ख़ाली पेट ज़्यादा असर करता है. अपनी उम्र और पाचन शक्ति के अनुसार डोज़ लेना चाहिए. 
इसका पाउडर आधा से एक चम्मच तक सुबह शाम ले सकते हैं. व्हीट ग्रास जूस और पाउडर ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं निचे दिए लिंक से - 




इसे भी जानिए - 





हमारे विशेषज्ञ आयुर्वेदिक डॉक्टर्स की टीम की सलाह पाने के लिए यहाँ क्लिक करें
Share This Info इस जानकारी को शेयर कीजिए
loading...

0 टिप्पणियाँ:

एक टिप्पणी भेजें

 
Blog Widget by LinkWithin