जवारिश जालीनूस हलवे की तरह की दवा है जो पेट के रोगों जैसे गैस्ट्रिक, एसिडिटी, सीने की जलन, खट्टी डकार आना, भूख की कमी और कब्ज़ को दूर करती है, तो आईये जानते हैं इसका कम्पोजीशन, फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल -
जवारिश जालीनूस के नुस्खे या कम्पोजीशन की बात करें तो इसमें बालछड़, तज कलमी, इलायची ख़ुर्द, दारचीनी, क़रनफल, कुलंजन, नागरमोथा, फिल्फिल स्याह, ज़न्जबिल, फिल्फिल दराज़, उदबालसन, मसतंगी, कुश्तशीरीं, असारून, चिरायता शीरीं, तुख्म मोरिद और ज़ाफ़रान सभी को बराबर वज़न में लेकर कूट-पीसकर सफूफ़ बनाने के बाद चीनी और शहद मिक्स कर लिया जाता है.
जवारिश जालीनूस के फ़ायदे-
पेट के रोगों के लिए यह अच्छी दवा है, यह Digestive Enzyme को बढ़ाकर हाजमा ठीक करती है. सिने की जलन, एसिडिटी, खट्टी डकार आना जैसी प्रॉब्लम दूर होती है.
इसके इस्तेमाल से Digestion इम्प्रूव होता है, भूख बढ़ती है जिस से सेहत ठीक होती है.
यह पेट और आँतों के मूवमेंट को सही करती है और कब्ज़ को दूर करती है, जिस से बवासीर में भी फ़ायदा होता है.
पेट की ख़राबी की वजह से होने वाली मुँह की बदबू को दूर करती है.
यह किडनी और ब्लैडर को भी ताक़त देती है, पेशाब की जलन और पेशाब की रुकावट को दूर कर पेशाब साफ़ लाने में मदद करती है.
जवारिश जालीनूस का इस्तेमाल कैसे करें?
पांच से दस ग्राम तक रोज़ एक बार खाना खाने के बाद पानी के साथ लेना चाहिए. यह बिल्कुल सेफ़ दवा है, किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट या नुकसान नहीं होता है.
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