त्रिफला कैप्सूल के वही फ़ायदे हैं जो त्रिफला चूर्ण के होते हैं, हिमालया हर्बल ने इसे कैप्सूल और सिरप के रूप में पेश किया है जिसे खाना बहुत ही आसान है, कई लोग त्रिफला चूर्ण को उसके कसैले टेस्ट की वजह से नहीं खा पाते हैं, त्रिफला चूर्ण का यह अच्छा आप्शन है जिसे आसानी से खाया जा सकता है, तो आईये जानते हैं इसका कम्पोजीशन, फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल -
इसके कम्पोजीशन की बात करें तो जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है इसमें हर्रे बहेड़ा और आँवला का मिश्रण है.
हिमालया त्रिफला के एक कैप्सूल में हर्रे, बहेड़ा और आँवला प्रत्येक 250 mg का मिश्रण होता है जबकि इसके सिरप के 5 ML में हर्रे, बहेड़ा और आँवला प्रत्येक का एक्सट्रेक्ट 166 mg होता है.
हिमालया त्रिफला के फ़ायदे-
कब्ज़ को नेचुरल तरीके से दूर करना इसका मेन काम है, बोवेल मूवमेंट करता है, आँतों की दीवार को नार्मल कर कब्ज़ दूर करने में मदद करता है.
कब्ज़ नया हो या पुराना, Digestion की प्रॉब्लम, खट्टी डकार आना, कब्ज़ से रिलेटेड रोग जैसे पाइल्स वगैरह के लिए त्रिफला एक जानी मानी औषधि है.
इसका सबसे बड़ा एडवांटेज यह कि इसकी आदत नहीं पड़ती है, अगर आप कब्ज़ की दूसरी दवा लेंगे तो उसकी आदत पड़ सकती है, पर यह किसी तरह का आदी नहीं बनाता है.
आँवला मिला होने से विटामिन C की कमी को दूर करता है और बालों का गिरना रोकता है, लगातार इस्तेमाल करते रहने से बालों को टाइम से पहले सफ़ेद होने से बचाता है.
बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी एजिंग और खून साफ़ करने वाला भी है, स्किन प्रॉब्लम में भी फ़ायदेमंद है. त्रिफला चूर्ण के फ़ायदे की डिटेल जानकारी आप यहाँ पढ़ सकते हैं.
हिमालया त्रिफला का डोज़-
एक से दो कैप्सूल सुबह शाम पानी से भोजन के बाद. सिरप लेना हो तो एक से दो स्पून सुबह शाम ले सकते हैं.
यह बिलकुल सेफ़ दवा है, लॉन्ग टाइम तक लेने से भी किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है. इसे आयुर्वेदिक मेडिकल से या फिर निचे दिए गए लिंक से घर बैठे ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं-
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