चरक प्रोस्टीज़ पूरी तरह से आयुर्वेदिक दवा है जो जड़ी-बूटियों, खनिज और भस्मों के मिश्रण से बनायी गयी है. इसके कम्पोजीशन की बात करें तो इसमें सा पलमेटो(Sa palmetto), कंकोल, गिलोय, त्रिफला, वरुण, गोखुरू, सोयाबीन, कांचनार, यशद भस्म और शुद्ध शिलाजीत का मिश्रण होता है.
इसमें मिलाये जाने वाले सभी घटक अपने गुणों के कारन जाने जाते हैं वरुण, कांचनार, त्रिफला, गिलोय प्रोस्टेट और उसकी प्रॉब्लम को दूर करती है. गोखुरू और शिलाजीत जैसे घटक पेशाब साफ़ लाने और इन्फेक्शन दूर करने में मदद करते हैं. जबकि सा पलमेटो एक तरह छोटे साइज़ के पाम ट्री का विदेशी फल होता है जो प्रोस्टेट के अलावा भी दूसरी बीमारियों में इस्तेमाल किया जाता है. हिंदी में इसे 'क्रकच ताल' कहते हैं.
चरक प्रोस्टीज़ के गुण-
प्रोस्टीज़ के गुणों की बात करें तो यह नेचुरल एंटी बायोटिक, एंटी सेप्टिक, एंटी इंफ्लेमेटरी, मूत्रल यानि Diuretic और एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है.
चरक प्रोस्टीज़ के फ़ायदे-
प्रोस्टेट ग्लैंड बढ़ जाने(BPH) और Prostatitis के लिए इस्तेमाल की जाने वाली बेहतरीन दवा है.
प्रोस्टेट के साइज़ को कम कर नार्मल करती है और पेशाब की रुकावट, पेशाब की जलन, खुलकर पेशाब नहीं होना, बूंद-बूंद पेशाब होना जैसी प्रॉब्लम को दूर करती है.
प्रोस्टेट को हेल्दी बनाकर इसके फंक्शन को नार्मल करती है और पेशाब की इन्फेक्शन को दूर करती है. शिलाजीत मिला होने से शारीरिक शक्ति को बढ़ाने में भी मदद करती है.
चरक प्रोस्टीज़ का डोज़ और इस्तेमाल करने का तरीका-
दो टेबलेट सुबह शाम पानी से, इसके साथ में 'गोक्षुरादी गुग्गुल' भी लिया जा सकता है. इसे यूज़ करते हुवे पानी खूब पीना चाहिए.
यह ऑलमोस्ट सेफ़ दवा है किसी तरह का नुकसान नहीं होता है, हाई BP वाले रोगी BP की दवा लेते हुवे सावधानीपूर्वक इसका इस्तेमाल करें, अगर किसी तरह की प्रॉब्लम हो तो डॉक्टर की सलाह लें. कोई भी दवा डॉक्टर की सलाह से यूज़ करना ही बेस्ट होता है. प्रोस्टेट के लिए इसे तीन से छह महिना या अधीक समय तक यूज़ कर सकते हैं.
इसे आयुर्वेदिक दवा दुकान से या फिर निचे दिये गए लिंक से घर बैठे ऑनलाइन ख़रीद सकते हैं -
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