हिमालया तगर टेबलेट के इस्तेमाल से डिप्रेशन, चिंता, नींद नहीं आना और नर्व की कमज़ोरी जैसे रोग दूर होते हैं, तो आईये जानते हैं हिमालया तगर टेबलेट का कम्पोजीशन, फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल -
हिमालया तगर टेबलेट के तगर नाम की बूटी का एक्सट्रेक्ट होता है, इसके हर टेबलेट में तगर एक्सट्रेक्ट 250 mg होता है. तगर(Valeriana wallichii) को Indian Valerian भी कहा जाता है. इसे कई सारी क्लासिकल आयुर्वेदिक मेडिसिन में भी यूज़ किया जाता है इसकी स्पेशल प्रॉपर्टीज के कारन.
इसके गुणों की बात करें तो तगर जो है तासीर में गर्म है और वात दोष को कम करती है. इसमें एंटी ऑक्सीडेंट, Anti-depressive, Anticonvulsant, Analgesic, Liver Protective और न्यूरो प्रोटेक्टिव जैसे गुण पाए जाते हैं. चिंता, तनाव और नर्वस सिस्टम के रोगों में असरदार है.
हिमालया तगर के फ़ायदे-
मानसिक थकान, नींद नहीं आना, डिप्रेशन, चिंता-फ़िक्र करना, और बेचैनी जैसे रोगों में इसका इस्तेमाल करना चाहिए.
नर्वस सिस्टम की कमजोरी से होने वाले रोग जैसे- मिर्गी या एपिलेप्सी और हिस्टीरिया में भी इस से फ़ायदा होता है.
यह दिमाग को शांति देता है, अच्छी नींद लाने में मदद करता है. चिंता, डिप्रेशन और चिड-चिड़ापन को दूर कर मूड अच्छा रखने में भी हेल्प करता है. कफ़ दोष को दूर करता है और दर्द में भी राहत देता है.
हिमालया तगर का डोज़-
एक टेबलेट सुबह शाम पानी से भोजन के बाद लेना चाहिए या फिर डॉक्टर की सलाह से. 2-3 हफ्ता तक इस्तेमाल करने पर पूरा फ़ायदा दीखता है, लॉन्ग टाइम तक इसे यूज़ न करें या फिर डॉक्टर की सलाह से ही यूज़ करें. ज़्यादा डोज़ नुकसान भी कर सकता है. BP और नींद की दवा ले रहे हों तो इसका इस्तेमाल न करें. प्रेगनेंसी में भी इसका इस्तेमाल न करें.