वैसे तो Hydrocele अगर बहुत ज़्यादा बढ़ गया हो और रोग पुराना हो गया हो तो इसका ऑपरेशन करवाना ही ठीक रहता है, पर नए रोग दवाओं से भी ठीक हो जाते हैं. तो आईये जानते हैं इसके लिए एक आयुर्वेदिक नुस्खा जो टेस्टेड और फ़ायदेमंद है -
इसके लिए आपको चाहिए होगा इन्द्रायण की जड़, पुनर्नवा की जड़, कांचनार की छाल, हर्रे, बहेड़ा और आँवला
सभी को बराबर वज़न में लेकर कूट-पीस कर चूर्ण बना लेना है, बस दवा तैय्यार है.
3 ग्राम इस चूर्ण को गर्म पानी के साथ सुबह-शाम लेना है भोजन के बाद. इसके लगातार इस्तेमाल से हाइड्रोसिल में फ़ायदा हो जाता है
बच के चूर्ण में सरसों तेल मिलाकर लेप करने से भी हाइड्रोसिल में लाभ होता है.
वृद्धिवाधिका वटी, कांचनार गुग्गुल, पुनर्नवा गुग्गुल जैसी दवाएं भी इस रोग में ली जा सकती हैं. आज के इस नुस्खे में बताई गयी जड़ी-बूटियाँ पंसारी की दुकान में हर जगह मिल जाती हैं, जिनका इस्तेमाल कर फ़ायदा लिया जा सकता है.
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