सिंहनाद गुग्गुल वात रक्त यानि गठिया और रुमाटाइड आर्थराइटिस के लिए बहुत ही असरदार दवा है, इसके इस्तेमाल से जोड़ों का दर्द, सुजन और जकड़न दूर होती है
तो आईये जानते हैं सिंहनाद गुग्गुल का कम्पोजीशन, फ़ायदे और इस्तेमाल की पूरी डिटेल
सिंहनाद गुग्गुल के कम्पोजीशन की बात करें तो यह हर्रे, बहेड़ा, आमला, शुद्ध गंधक, शुद्ध गुग्गुल और एरण्ड तेल के मिश्रण से बना होता है, यह गोली या टेबलेट के रूप में होता है
सिंहनाद गुग्गुल के गुणों की बात करें तो यह वात-कफ़ नाशक, त्रिदोष को बैलेंस करने वाला, आमपाचक यानि Detoxifier और शोथ नाशक है, एंटी इंफ्लेमेटरी, Antibacterial, Antifungal, Antigout, रक्तशोधक और यूरिक एसिड को कम करने वाले गुणों से भरपूर होता है
सिंहनाद गुग्गुल के फ़ायदे-
गठिया, जोड़ों का दर्द, आमवात, रुमाटाइड आर्थराइटिस, जोड़ों की सुजन, जकड़न जैसे हर तरह के वात रोगों में इसका प्रयोग करना चाहिए
सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस, कमर दर्द, पीठ दर्द इत्यादि हर तरह के दर्द में फ़ायदा होता है
शरीर से यूरिक एसिड को कम करता है, जिस से इसकी वजह से होने वाली सारी प्रॉब्लम दूर होती है
इसके इस्तेमाल से एनीमिया, त्वचा रोग, खाँसी-दमा, पेट दर्द, Digestion की प्रॉब्लम, और समय से पहले बाल सफ़ेद होने में भी फ़ायदा होता है
सिंहनाद गुग्गुल का डोज़ और इस्तेमाल करने का तरीका-
एक से दो गोली दिन में 2 बार गुनगुने पानी से भोजन के बाद लेना चाहिए, इसके साथ में दूसरी वातनाशक दवाएँ लेने से जल्दी फ़ायदा होता है. इसके इस्तेमाल से तुरंत फ़ायदा नहीं मिलता पर लगातार यूज़ करते रहने से बीमारी जड़ से दूर हो जाती है. लॉन्ग टाइम तक यूज़ किया जा सकता है, किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है. इसके साथ में अमृतारिष्ट, पुनर्नवारिष्ट, गिलोय का रस, चोपचिन्यादी चूर्ण जैसे दवा ली जा सकती है. बैद्यनाथ, डाबर, झंडू, दिव्य जैसी कंपनियों का यह मिल जाता है
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