रुमार्थो गोल्ड आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली भारत की जानी-मानी कम्पनी बैद्यनाथ का एक क्वालिटी प्रोडक्ट है इसके इस्तेमाल से जोड़ों का दर्द, सुजन, जकड़न, गठिया, अर्थराईटिस, कमरदर्द, साइटिका जैसे हर तरह के वात रोग दूर होते हैं
रुमार्थो गोल्ड का कम्पोजीशन बड़ा ही यूनिक है. इसमें कई सारी जड़ी-बूटियों के अलावा वात रोगों को दूर करने वाली शास्त्रीय औषधियों और भस्मों का मिश्रण है
अगर इसके इसके कम्पोजीशन की बात करें तो इसमें स्वर्ण भस्म, अभ्रक भस्म, स्वर्ण माक्षिक भस्म, लौह भस्म, वंग भस्म, रस सिन्दूर, चोपचीनी, शुद्ध कुचला, असगंध, सुरंजान, महा रास्नादी क्वाथ और सलाई गुग्गुल का मिश्रण होता है, स्वर्ण भस्म के अलावा दुसरे भस्मों और जड़ी-बूटियों के मिश्रण से यह दवा पावरफुल बन जाती है
आईये अब जानते हैं रुमार्थो गोल्ड के फ़ायदे-
रुमार्थो गोल्ड के गुण की बात करें तो यह वातनाशक, दर्दनाशक और सुजन कम करने वाले गुणों से भरपूर है
इसके इस्तेमाल से जोड़ों का दर्द, जकड़न और सुजन दूर होती है, हर तरह के गठिया और वात रोगों में इसके इस्तेमाल से फ़ायदा होता है
पीठ का दर्द, मसल्स का दर्द, कमर दर्द, साइटिका का दर्द और अर्थराईटिस में फ़ायदेमंद है
यह मसल्स को रिलैक्स करती है, जोड़ों के मूवमेंट को आसान बनाती है
शरीर को अन्दर से ताक़त देती है और शारीरिक कमज़ोरी और खून की कमी को भी दूर करती है
हर तरह के वात रोगों में इसे अकेले या दूसरी दवाओं के साथ इस्तेमाल कर फ़ायदा लिया जा सकता है
बैद्यनाथ रुमार्थो गोल्ड कैप्सूल का डोज़-
1 से 2 कैप्सूल तक दिन में दो बार भोजन के बाद दूध या पानी से ले सकते हैं. चूँकि इसमें कुचला और रस सिन्दूर जैसी दवा मिली हुयी है तो इसे 30-40 दिन से ज़्यादा लगातार इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, इसे डॉक्टर की सलाह से यूज़ करना चाहिए. आयुर्वेदिक मेडिकल से या ऑनलाइन ख़रीदने के लिए निचे दिए लिंक पर क्लिक करें -
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