जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है पतंजलि की दिव्य मेधा वटी आयुर्वेदिक दवा है जो आपके दिमाग के लिए बहुत ही असरदार है, सर दर्द, घबराहट, नींद नहीं आना, यादाश्त की कमजोरी, चिंता, मानसिक तनाव, माईग्रेन, डिप्रेशन, मिर्गी या इपिलेप्सी जैसे रोगों को दूर कर दीमाग को तेज़ बनाती है
दिव्य मेधा वटी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों और भस्मों के मिश्रण से बनी एक बेहतरीन दवा है, अगर इसके कम्पोजीशन की बात करें तो इसमें ब्राह्मी, शंखपुष्पी, बच, उस्तखुद्दुस, गावज़बाँ, मालकांगनी, जटामांसी, सौंफ़, अश्वगंधा, प्रवाल पिष्टी, जहरमोहरा पिष्टी, मोती पिष्टी के अलावा ब्राह्मी, ज्योतिष्मती, बच और शंखपुष्पी का सत्व भी होता है
दीमाग को ताक़त देनी वाली जानी-मानी जड़ी बूटियों के अलावा कीमती मोती पिष्टी इस दवा को बेहद असरदार बना देती है
दिव्य मेधा वटी के गुण की बात करें तो यह निद्राकारक यानि नींद लाने वाली, मेध्य यानि बुद्धि और यादाश्त बढ़ाने वाली, सुजन कम करने वाली, आवाज़ ठीक करने वाली और पाचन शक्ति ठीक कर भूख बढ़ाने वाले गुणों से भरपूर है
आईये अब जानते हैं मेधा वटी के फ़ायदे-
यह यादाश्त को बढ़ाती है,दिमाग के लिए यह टॉनिक के सामान है,तनाव को दूर करने में भी सहायक है
अनिद्रा, सिर में होने वाला दर्द, माईग्रेन, मिर्गी आदि में भी बहुत ही लाभदायक है, बहुत ज़्यादा सपना आने में भी फायदेमंद है
जो लोग नींद आने के लिए अंग्रेज़ी दवा लेते हैं उनको मेधा वटी लेने से अंग्रेजी दवा लेने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी
अल्जाइमर और बार-बार भूलने के बीमारी में भी फ़ायदेमंद है, इसके इस्तेमाल से पाचन शक्ति ठीक होती है और भूख भी बढ़ती है
सर में चोट लग जाने और दीमाग के हर तरह के रोगों में इसके इस्तेमाल से फ़ायदा होता है
पढाई करने वाले बच्चे भी मेमोरी पॉवर बढ़ने और दीमाग मज़बूत बनाने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं
बच्चे, बड़े-बूढ़े सभी उम्र के लोग इसका इस्तेमाल कर सकते हैं
दिव्य मेधा वटी का डोज़-
बच्चों को 1 गोली और बड़े लोग 2 गोली दिन में 2 बार भोजन के बाद दूध या गुनगुने पानी से लेना चाहिए
पूरी तरह से सुरक्षित दवा है किसी तरह कोई भी साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है.
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