आज मैं बता रहा हूँ कुकुरखांसी या Whooping Cough के लिए एक आसान से घरेलु प्रयोग के बारे में
जी हाँ दोस्तों, कुकुरखांसी या काली खांसी एक ऐसी बीमारी है जिस से बच्चे सबसे ज़्यादा परेशान होते हैं
इसकी वजह से खांसते-खांसते बच्चों की आँख लाल हो जाती है और उल्टी तक हो सकती है
इस खांसी में कुत्ते की खांसी की तरह आवाज़ होती है, इसलिए कुकुर खांसी भी कहते हैं
यह एक बहुत ही तकलीफ़देह बीमारी है, वैसे तो आयुर्वेद में इसका सटीक ईलाज है और कई सारी दवाएं हैं पर यहाँ आप एक बहुत ही आसान सा प्रयोग जानेंगे
इस प्रयोग के लिए आपको चाहिए होगा केले के हरे पत्ते सूखे हुवे
केले के सूखे पत्ते के टुकड़े कर कड़ाही में डाल कर आँच पर रखें और जलाकर कोयला कर दीजिये
ठण्डा होने पर अच्छी तरह से पीसकर रख लीजिये, बस दवा तैयार है
अब जानते हैं इसे इस्तेमाल कैसे करना है?
250 मिलीग्राम से 500 मिलीग्राम तक शहद के साथ बच्चों को रोज़ 3-4 बार चटाना चाहिए
बड़े व्यक्ति आधा से एक ग्राम तक ले सकते हैं
इसके इस्तेमाल से कुकुर खांसी या हुपिंग कफ़ में पहले दिन से ही फ़ायदा होता है और कुछ ही दिनों में खांसी दूर हो जाती है
कुकुर खांसी का एक और अनुभूत रामबाण योग है, जिसे बनाने में थोड़ी ज़्यादा मेहनत होती है, उसकी जानकारी आने वाले दिनों में दूंगा
तो दोस्तों, कुकुर खांसी में आज के बताये नुस्खे का इस्तेमाल कर परेशान करने वाली इस खांसी को दूर कर सकते हैं
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