मन्मथ रस एक शास्त्रीय आयुर्वेदिक दवा जो ख़ासकर पुरुषों के यौन रोगों को दूर करने के लिए इस्तेमाल की जाती है
यह एक रसायन औषधि है जो शुद्ध पारा, शुद्ध गंधक, भस्मों और जड़ी बूटियों के मिश्रण से बनायी जाती है
रसायन औषधि को आयुर्वेद में शार्ट में 'रस' कहते हैं और मन्मथ प्रेम के देवता 'कामदेव' का एक नाम है, इस औषधि को उन्ही का एक नाम दिया गया है 'मन्मथ रस'
इसके गुण की बात करें तो यह शारीरिक शक्ति बढ़ाने वाला,बाजिकारक, स्तम्भन शक्ति बढ़ाने वाला, नसों की कमजोरी दूर करने वाला और यौनेक्षा बढ़ाने वाला है
एक नज़र डाल लेते हैं इसके कम्पोजीशन पर-
इसे शुद्ध पारा, शुद्ध गंधक, अभ्रक भस्म, लौह भस्म, वंग भस्म, ताम्र भस्म, कपूर के अलावा कौंच बीज, तालमखाना, विधारा, शतावर, विदारीकन्द, अतिस, जावित्री, जायफल, बला मूल, जीरा, लौंग, अजवाइन, शुद्ध भांग बीज और सफेद राल के मिश्रण से बनाया जाता है, यह गोली या टेबलेट के रूप में होता है
इतनी सारी जड़ी-बूटी, भस्मों और शुद्ध पारा और गंधक के मिश्रण से यह दवा पावरफुल रसायन बन जाती है
आईये अब जानते हैं मन्मथ रस के फ़ायदे-
इसके इस्तेमाल से शारीरिक बल और यौन शक्ति बढ़ती है, शीघ्रपतन, इरेक्टाइल डिसफंक्शन, Impotency, वीर्य वाहिनी नाड़ीयों की कमज़ोरी, वीर्य का पानी की तरह पतला होना जैसी प्रॉब्लम दूर होती है
मन्मथ रस के इस्तेमाल से पुरुष प्रजनन अंगो को ताक़त मिलती है और कामेक्षा को बढ़ाता है
वीर्य को गाढ़ा करता है, स्पर्म क्वालिटी और क्वांटिटी को सुधारता है, लिंग का ढीलापन और छाले को दूर करता है
शरीर की खून की कमी को दूर करता है, शरीर को प्रयाप्त पोषण देकर हेल्थ इम्प्रूव करता है
मन्मथ रस की मात्रा और सेवन विधि-
1 गोली दिन में 2 बार भोजन के बाद औटाये हुवे गाढे दूध के साथ लेना चाहिए
इसे डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए
डाबर, बैद्यनाथ जैसी कंपनियों का आयुर्वेदिक मेडिकल में मिल जाता है, इसे ऑनलाइन भी ख़रीदा जा सकता है. मन्मथ रस ऑनलाइन ख़रीदें
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