परवल जिसे पटल के नाम से भी जाना जाता है इसे संस्कृत और आयुर्वेद में पटोला और अमृतफल भी कहते हैं अंग्रेज़ी में इसे Wild snake-gourd या पॉइंटेड gourd भी कहते हैं
इसे अलग अलग भाषा में लगभग मिलते जुलते नामों से जाना जाता है जैसे बंगाली में पटोल, गुजराती में पोटाला, कन्नड़ में कद्दू-पडावाला, मलयालम में पटोलम और कट्टुपटोलम, पंजाबी में पलवल, तमिल में पेयु पडल, तेलगु में कोम्मु पोटला, भोजपुरी अवधि में परोरा, मैथिलि में परोर कहते हैं
यह लता में होने वाली सब्ज़ी है जिसे बड़े पैमाने पर उगाया जाता है और यह मार्केट में मिलने वाली महँगी सब्ज़ियों में से एक है
हरे रंग की धारी वाली यह सब्ज़ी कई गुणों से भरपूर है. परवल में मैग्नीशियम, पोटैशियम, फास्फोरस भरपूर मात्रा में होता है. विटामिन A और विटामिन C भी इसमें होता है जिसकी वजह यह एंटी ऑक्सीडेंट का काम भी करता है
आयुर्वेद मतानुसार परवल त्वचा रोग और कब्ज़ को दूर करने वाली सब्ज़ी है
परवल के पत्तों का इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता है, इसी से आप समझ सकते हैं कि इसका कितना महत्त्व है
परवल को फ्राई कर, करी और सब्ज़ी बनाकर खाया जाता है, इसकी तरह- तरह की स्वादिष्ट रेसेपी हैं, परवल मेरी फेवरेट सब्ज़ियों में से एक है
परवल की सब्ज़ी को आप जितना कम मसाला और कम तेल के साथ खायेंगे उतना ज़्यादा फ़ायदा मिलेगा
आईये अब जानते हैं कि परवल खाने के क्या-क्या फ़ायदे होते हैं -
पाचन या digestion ठीक रखता है - परवल की सब्ज़ी खाने से पाचन शक्ति ठीक होती है, पचने में आसान होता है और लीवर को ताक़त देता है
कब्ज़ या constipation दूर करता है - यह फाइबर रिच सब्ज़ी है और इसके बीजों में कब्ज़ को दूर करने वाले गुण पाए जाते हैं, इस से पाचन शक्ति सुधरती है और कब्ज़ दूर होती है. अगर किसी को कब्ज़ की प्रॉब्लम हो तो इसका इस्तेमाल ज़रूर करना चाहिये
एंटी एजिंग है - एंटी ऑक्सीडेंट और विटामिन A और C की वजह से यह एंटी एजिंग का काम करता है, इसका इस्तेमाल करते रहने से आप हमेशा जवान दिख सकते हैं
मोटापा कम करने के लिए - इसमें लो कैलोरी होती है जिसकी वजह से अगर आप इसका इस्तेमाल करेंगे तो यह वज़न कम करने में मदद करता है
डायबिटीज के लिए - इसके बीजों में पाए जाने वाले पोषक तत्व डायबिटीज में फ़ायदा करते हैं और शुगर लेवल को कम करते हैं, इसके बीजों के साथ इसकी सब्ज़ी खानी चाहिए
कोलेस्ट्रॉल के लिए - परवल कोलेस्ट्रॉल कम करने में भी मदद करता है, जिनका कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुवा हो उन्हें इसका इस्तेमाल ज़रूर करना चाहिए. परवल हार्ट की बीमारीओं से भी बचाता है
त्वचा रोग और खून साफ़ करने के लिए - जैसा कि मैंने पहले ही बताया कि आयुर्वेद के अनुसार यह रक्त शोधक यानि खून साफ़ करता है जिस से आप त्वचा विकार या चर्म रोगों से बच सकते हैं. अगर फोड़े-फुंसी या चर्म रोग हो जाये तो इसे उबाल कर या नमक और काली मिर्च के साथ फ्राई कर लगातार कुछ दिन खायेंगे तो फ़ायदा होता है
बुखार और सर्दी जुकाम के लिए - परवल की सब्ज़ी अक्सर बुखार में दी जाती है, इसकी सब्ज़ी बुखार में बहुत फायदेमंद है. ठण्ड लगने, सर्दी-जुकाम बुखार में इसकी सब्ज़ी खाने से फ़ायदा होता है
पेट में कीड़े होने पर - परवल की सब्ज़ी खाने से पेट के कीड़े मर जाते हैं
पीलिया होने पर - पीलिया या जौंडिस होने पर परवल को उबाल कर खाने से फ़ायदा होता है
दर्द दूर करने के लिए - सर्द दर्द या शरीर में कहीं भी दर्द हो तो इसके पत्तों को पीसकर लेप लगाने से दर्द में राहत मिलती है
परवल के पत्तों का रस सर में लगाने से गंजापन दूर होता है
ज़ख्म होने पर इसके पत्तों को पीसकर ज़ख्म पर पट्टी बांधनी चाहिए
इसके पत्ते और सोंठ का काढ़ा बनाकर पिने से खांसी में फ़ायदा होता है
इसके पत्तों को चाय की तरह उबाल कर ठण्डा होने पर पिने से एसिडिटी और पेट के अल्सर में फ़ायदा होता है
तो दोस्तों, अब आप समझ गए होंगे कि परवल के क्या क्या फ़ायदे हैं, इस सब्ज़ी को अपने भोजन में शामिल कीजिये और इसके फ़ायदे लीजिये
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