पाइल्स की शास्त्रीय आयुर्वेदिक दवा कान्कायण वटी और दुसरे कुछ घरेलु नुस्खे की जानकारी मैं पहले ही कुछ विडियो में बता चूका हूँ
हमारे देश में तो आयुर्वेदिक दवा और जड़ी-बूटी आसानी से मिल जाती है पर कई सारे दुसरे देशों में रहने वाले लोगों को जड़ी बूटी लाकर दवा तैयार करना आसान काम नहीं है और कई लोगों ने रिक्वेस्ट किया है कि हिमालया की दवा बताऊँ जो हर जगह आसानी से मिल जाये
इसीलिए आज मैं आज हिमालया हर्बल की पाईलेक्स टेबलेट और ऑइंटमेंट के बारे में बताने जा रहा हूँ, हिमालया हर्बल की दवाएं इंडिया के अलावा दुनिया के 60 से ज़्यादा देशों में मिल जाती हैं
जैसा कि आप सभी जानते हैं पाइल्स का मुख्य कारण कब्ज़ या constipation होता है, शौच के दौरान पड़ने वाले दबाव से anus और rectum के आस पास सुजन हो जाती है जो की आगे चलकर पाइल्स कर रूप ले लेता है
ब्लीडिंग वाली बवासीर और बिना ब्लीडिंग की बवासीर जिसे खुनी और बादी बवासीर के नाम से जाना जाता है, सभी लोग जानते हैं
कब्ज़ के अलावा कई सारे दुसरे सहायक कारण होते हैं जिनसे यह बीमारी होती है
इसके कारण और लक्षण पर ज़्यादा चर्चा न कर आईये जानते हैं हिमालया की पाईलेक्स के बारे में
पाईलेक्स दोनों तरह के बवासीर के लिए बेहतरीन हर्बल दवा है जिसके इस्तेमाल से टॉयलेट के समय होने वाला दर्द और परेशानी कम होती है, सुजन कम करता है और ब्लीडिंग बंद करता है, बवासीर के बाहरी और अन्दर के मस्सों को सुखाता है
आईये एक नज़र डालते हैं इसमें मिलाई जाने वाली जड़ी-बूटियों पर-
शुद्ध गुगुल (Commiphora Wightii)- दर्द दूर करने वाला और नेचुरल एंटी बायोटिक है
शुद्ध शिलाजीत- नेचुरल टॉनिक है
नीम के बीज (Neem seed)- नीम के गुण कौन नहीं जानता, बेहतरीन नेचुरल एंटी बायोटिक और खून साफ़ करने वाला है
दारू हल्दी ( Berberis Aristata) - बवासीर के मस्सों की सुजन को कम करता है और एंटी बायोटिक की तरह काम करता है
आँवला(Amla)- बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट है
हरीतकी(Terminalia chebula)- हरीतकी या हर्रे पेट साफ करती है, कब्ज़ दूर करती है और पाइल्स को जड़ से दूर करने में मदद करती है
विभितकी ( Terminalia Bellirica)- विभितकि या बहेड़ा पाचन शक्ति ठीक कर कब्ज़ दूर करता है
अमलतास ( Cassia fistula ) - अमलतास का गुदा कब्ज़ दूर करने और पाइल्स के लिए बेहतरीन दवा है
कांचनार ( Bauhinia variegata )- कांचनार मस्से को सुखाने और ट्यूमर को ठीक करने में असरदार है
नागकेशर ( Mesua Ferrea ) - anus और rectum पर असर करता है
इन सभी जड़ी-बूटियों के मिश्रण से पाईलेक्स बहुत ही असरदार दवा बन जाती है जो की दोनों तरह के पाइल्स को जड़ से ठीक कर देता है
पाईलेक्स टेबलेट के फ़ायदे -
खुनी बवासीर में खून को बंद करता है और अन्दर के मस्सों को सुखा देता है
बादी बवासीर को ठीक करता है
शौच के समय होने वाले दर्द और परेशानी को दूर करता है
कब्ज़ को दूर पेट साफ़ करता है पाचन शक्ति ठीक करता है
anus में होने वाली खुजली, दर्द और सुजन को ठीक कर देता है
पाईलेक्स टेबलेट का डोज़ -
2 टेबलेट दो से तीन बार लेना चाहिए
यह बिलकुल सेफ दवा है किसी तरह का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है, इसे खाने के साथ साथ अगर इसका ऑइंटमेंट भी लगाया जाये तो जल्दी फ़ायदा होता है तो आईये अब जान लेते हैं
पाईलेक्स ऑइंटमेंट के बारे में -
पाईलेक्स ऑइंटमेंट लज्जालु, भृंगराज, निर्गुन्डी, ज़र्गुल, कपूर, टंकण और यशद भस्म के मिश्रण से बनाया गया है जो की दर्द, जलन, सुजन और बवासीर के मस्सों में बहुत राहत देता है
यह एंटी inflammatory, analgesic, anti histaminic, ज़ख्म भरने वाला, बवासीर के मस्सों को सुखाने वाले गुणों से भरपूर है
इसके इस्तेमाल से टॉयलेट में आसानी होती है anus और rectum को सॉफ्ट करता है और दर्द, जलन, सुजन और खुजली को कम करता है
टॉयलेट के पहले और बाद में इसके एप्लीकेटर से मलद्वार में ऑइंटमेंट लगाना चाहिए
इस्तेमाल से पहले भी एप्लीकेटर को अच्छे से धोना चाहिए और इस्तेमाल करने के बाद भी साबुन या dettol से धोकर रखें
बल्कि अगर इसका लगातार इस्तेमाल किया जाये बीमारी जड़ से ठीक हो जाती है
पाइल्स के रोगी कुछ परहेज़ भी ज़रूर करना चाहिए
ग़लत खान-पान और लाइफ स्टाइल भी पाइल्स का कारण होता है
मिर्च, मसाला, चना, आलू, अचार, जंक फ़ूड, नूडल्स, ऑयली फ़ूड, नॉन वेज और कब्ज़ करने वाले खाने से परहेज़ रखना चाहिए
पुराना चावल, मक्का, हरी पत्ते वाली सब्ज़ी, शलजम, मुली,आँवला, घी, बटर, पपीता, अंगूर वगैरह रेशेदार फल सब्ज़ी का इस्तेमाल करना चाहिए
तो दोस्तों, ये थी हिमालया पाईलेक्स टेबलेट और ऑइंटमेंट के फ़ायदे और इस्तेमाल की जानकारी जिसके इस्तेमाल से आप पाइल्स को बाय-बाय कह सकते हैं. इसे ऑनलाइन खरीदिये निचे दिये गए लिंक से -
Watch here with English subtitle
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें