प्रोस्टेट ग्लैंड बढ़ जाने पर इस्तेमाल की जाने वाली दवा हिमालया हर्बल की हिमप्लेजिया के फ़ायदे और इस्तेमाल की जानकारी
हिमालया हर्बल की हिमप्लेजिया टेबलेट प्रोस्टेट ग्लैंड के साइज़ को नार्मल करने के लिए इस्तेमाल की जाती है
प्रोस्टेट ग्लैंड को ठीक करने के लिए शास्त्रीय आयुर्वेदिक दवा के बारे में मैंने एक दुसरे विडियो में बताया है जिसमे दो आयुर्वेदिक योग की जानकारी दी गयी है
हिमालया हर्बल की हिमप्लेजिया टेबलेट हर जगह मिल जाती है जिसे कोई भी लेकर इस्तेमाल कर सकता है
पौरुष ग्रंथि वृद्धि को बिनाइन प्रोस्टेटीक हाइपरप्लेजिया (Benign Prostatic Hyperplasia) या BPH के नाम से जाना जाता है जिसे आप पौरुष ग्रंथि की असामान्य कह सकते हैं
प्रोस्टेट ग्लैंड उम्र के साथ बढ़ती रहती है पर जब यह ज़्यादा बढ़ जाती है तो इसकी वजह से पेशाब की नली पर प्रेशर बढ़ता है जिसकी वजह से खुलकर पेशाब नहीं होता और मूत्राशय पूरी तरह ख़ाली नहीं होता है
इसकी वजह से पेशाब की प्रॉब्लम हो जाती है जैसे-
बार-बार पेशाब लगना ख़ासकर रात में
पेशाब में जलन होना, पेशाब करते समय दर्द होना
बून्द-बून्द पेशाब होना या पेशाब बंद हो जाना
पेशाब करने के तुरंत बाद भी पेशाब लग जाना जैसे लक्षण दीखते हैं
पेशाब रोकने की ताक़त कम जाती है
इसकी सही डायग्नोसिस अल्ट्रासोनोग्राफी से की जाती है
इन सारी प्रॉब्लम और लक्षण को दूर करने के लिए हिमालया हर्बल की हिमप्लेजिया टेबलेट बहुत ही असरदार दवा है
तो आईये जान लेते हैं कि इसका कम्पोजीशन क्या है -
इसमें इन सारी जड़ी बूटियों को मिलाया गया है
गोक्षुर (Tribulus terrestris)- मूत्र रोगों को दूर करने वाली बेहतरीन जड़ी है, पेशाब साफ़ लाती है
पूतिकरंज (Caesalpinia bonducella) - प्रोस्टेट ग्लैंड के बेहतरीन दवा है
पुगा (Areca catechu)- इसे आम बोलचाल में सुपारी भी कहते हैं, यह प्रोस्टेट के साइज़ को कम करने में मदद करती है
शतावरी (Asparagus racemosus)- शक्ति देने वाली और यूरिनरी system पर असर करने वाली जड़ी है
वरुण (Crataeva nurvala)- वरुण की छाल मूत्राशय, किडनी रोग और ग्लैंड की साइज़ को कम करने वाली औषधि है
अकीक पिष्टी- ये अकीक पत्थर से बनी औषधि होती है जो की शीतलता देने वाली दवा है, Hypertension और हार्ट के रोगों में लाभकारी है
इसके अलावा इसमें कुछ जड़ी बूटियों का extract भी मिलाया गया है जो इस प्रकार हैं-
बबूल (Acacia Nilotica)- मूत्र रोगों में लाभकारी
कुल्थी (Dolichos Biflorus)- यह भी मूत्र रोगों में लाभकारी, पत्थरी और ग्लैंड को दूर करने वाले गुणों से भरपूर है, इसके बीजों की दाल बनाकर भी खायी जाती है
घृत कुमारी (Aloe vera) - इसे एलो वेरा के नाम से जाना जाता है जो कि एक बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट है
इन 6 दवाओं के पाउडर और इन 3 जड़ी बूटियों की भावना यानि extract के मिलने से हिमप्लेजिया टेबलेट एक असरदार दवा बन जाती है जो प्रोस्टेट ग्लैंड को नार्मल करने की क्षमता रखती है
अब जानते हैं हिमप्लेजिया टेबलेट के फ़ायदे के बारे में -
हिमप्लेजिया टेबलेट 5- Alpha Reductase Enzyme का अवरोध करने वाली है जो BPH के ईलाज में इस्तेमाल किया जाता है
यह प्रोस्टेट ग्लैंड के साइज़ और वज़न को कम कर देती है
इसमें एंटी बायोटिक, एंटी inflammatory, एंटी hypertensive, एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी spasmodic गुण हैं
इसके इस्तेमाल से पेशाब खुलकर आता है
बार-बार पेशाब होने को कम करता है
मूत्र संक्रमण यानि Urinary Tract Infection से बचाता है जिसे UTI कहते हैं
हिमप्लेजिया टेबलेट नेचुरल दवा की तरह प्रोस्टेट ग्लैंड को healthy बनाता है
हिमालया हर्बल की हिमप्लेजिया टेबलेट का डोज़ -
1 से 2 टेबलेट सुबह शाम पानी के साथ लेना चाहिए
हिमप्लेजिया टेबलेट पूरी तरह से आयुर्वेदिक दवा है जिसका कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है, इसे लम्बे समय तक भी लिया जा सकता है, कई रोगियों को इसका इस्तेमाल 6 महिना तक भी कराया जाता है
अगर इसके साथ 'चन्द्रप्रभा वटी' भी 2 -2 गोली सुबह शाम लिया जाये तो जल्दी फ़ायदा मिलता है
तो दोस्तों, ये थी हिमप्लेजिया टेबलेट के फ़ायदे और इस्तेमाल की जानकारी.
जिसके इस्तेमाल से बढ़े हुवे प्रोस्टेट ग्लैंड को ठीक किया जा सकता है
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