जैसा कि आप जानते ही होंगे कि हमदर्द नाम की कम्पनी यूनानी दवाएँ बनाती है जिसका इस्तेमाल ज़्यादातर हकीम लोग करते हैं
यूनानी दवा आयुर्वेदिक दवा से मिलती जुलती ही होती है, यूनानी और आयुर्वेद दोनों जड़ी बूटी और मिनरल्स से ही दवा बनाते हैं
हमदर्द की सदुरी जड़ी-बूटी से बनी यूनानी दवा है जो सुखी खांसी, बलगमी खांसी, whooping cough या कुक्कुर खांसी, अस्थमा, सर्दी, इन्फ्लुएंजा के बाद होने वाली खांसी, नयी पुरानी bronchitis में बेहद असरदार है
यह कफ़ को पतला कर निकाल देती है और रेस्पिरेटरी सिस्टम या श्वसन तंत्र को नार्मल कर देती है
आईये सबसे पहले एक नज़र डालते हैं इसके कॉम्बिनेशन पर -
इसमें बहुत ज़्यादा जड़ी बूटी का इस्तेमाल नहीं किया गया है यह सिर्फ़ 8 जड़ी बूटी के मिश्रण से बना है जो की बहुत ही पावरफुल हैं, इसमें मिलाया गया है -
ज़ूफा (Hyssopus officinalis)- यह anthelmintic है, यह फेफड़ों में चिपके कफ़ को पतला कर निकालने में मदद करता है
खाकसी (Sisymbrium irio zinn) - expectorant का काम करता है, कफ़ को बाहर निकालता है, यह एक बेहतरीन नेचुरल expectorant है
उन्नाब (Zizyphus vulgaris) - यह चाइना, अफगानिस्तान, ईरान, इराक़ में पाई जाने वाली औषधि है जिसका इस्तेमाल यूनानी के साथ आयुर्वेद में भी होता है. यह शरीर को ताक़त देता है और कफ़ को निकालता है
तुलसी ( Ocimum Basilicum)- तुलसी बहुत ही पोपुलर जड़ी है जिसे हम सभी जानते हैं, तुलसी सर्दी, खांसी, बुखार और अस्थमा को दूर करती है. यह नेचुरल एंटी inflammatory और एंटी सेप्टिक है. जहाँ पर तुलसी का पौधा होता है वहां पर बैक्टीरिया और वायरस नहीं पनपते इसीलिए घर आँगन में तुलसी लगायी जाती है
पीपल (Piper Longum) - पीपल या पिप्पली का आयुर्वेद में बड़ा महत्त्व है, यह ब्रोन्कियल अस्थमा, गले की ख़राश, inflammation, बुखार और पेट की बीमारी को दूर करती है, पीपल शास्त्रीय आयुर्वेदिक दवाओं का अभिन्न अंग है इसके बिना शायेद ही कोई शास्त्रीय दवा बनती हो
सोंठ ( Dry Ginger ) - सोंठ यानि सुखा हुवा अदरक कफ़ दोष दूर करती है और साथ ही दर्द दूर करने वाली, सर्दी, खांसी, बुखार में फ़ायदा करने वाली और digestion को ठीक करने के काम आती है
मुलेठी ( Glycyrrhiza glabra ) - मुलेठी जिसे मुलहठी या यष्टिमधु भी कहा जाता है सर्दी, खांसी, कफ़ और bronchitis के लिए जानी मानी जड़ी बूटी है, इसे कुछ लोग जेठीमध भी कहते हैं
वसाका ( Adhatoda vasaka)- वसाका जिसे हमारे यहाँ लोकल लैंग्वेज में बाकस भी कहते हैं खांसी, अस्थमा और सर्दी के लिए बेजोड़ दवा है
इन आठ जड़ी बूटियों का मिश्रण इस दवा को बहुत ही इफेक्टिव और पावरफुल बना देता है, किसी भी अंग्रेज़ी कफ़ सिरप से अच्छा असर करती है
आईये अब जानते हैं हमदर्द सदुरी के फ़ायदे -
यह एक हर्बल दवा है जो सुखी खांसी या ड्राई कफ़, बलगमी खांसी और इस से होने वाली सीने की जकड़न में फ़ायदा करती है
सर्दी, जुकाम और अस्थमा में इसके इस्तेमाल से फ़ायदा होता है
Bronchitis नयी हो या पुरानी सभी में असरदार है
यह फेफड़ों के फंक्शन को ठीक करती है और इसे मज़बूत बनाती है
नजला को ठीक करती है, नाक से पानी गिरना, छिंक आना में असरदार है
बच्चों को होने वाली हुपिंग कफ़ या कुक्कर खांसी में इस से फ़ायदा होता है, जब बच्चे को whooping कफ़ होता है तो बच्चे को बहुत परेशानी होती है. खांसते-खांसते बच्चा उल्टी कर देता है, आँख लाल हो जाती है और सांस रुकने लगी है. ऐसी कंडीशन में भी सदुरी से फ़ायदा होता है. whooping कफ़ की रामबाण आयुर्वेदिक दवा किसी दुसरे विडियो में मैं बताऊंगा
तपेदिक या टीबी में होने वाली खांसी में भी इसके इस्तेमाल से फ़ायदा होता है
अब जानते हैं सदुरी कफ़ सिरप का डोज़ -
1 से 2 चम्मच तक दिन में दो से तीन बार लेना चाहिए, सोने से पहले भी लेना चाहिए. बच्चों को कम मात्रा में देना चाहिए
इसे पीने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए, यह मीठा सिरप है जिसे बच्चे भी आसानी से पी लेते हैं
बच्चे, जवान,बूढ़े सभी लोग इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. यह सिरप चीनी के बेस पर बनाया गया है, डायबिटीज पेशेंट को इसका इस्तेमाल सावधानीपूर्वक करना चाहिए.
इसका शुगर फ्री सिरप भी मिलता है जिसका इस्तेमाल शुगर वाले कर सकते हैं
हाई ब्लड प्रेशर के रोगी को इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए
हमदर्द की सदुरी आयुर्वेदिक,यूनानी और अंग्रेज़ी दवा के मेडिकल स्टोर या फार्मेसी में हमारे देश में लगभग हर जगह मिल जाती है
हमदर्द कंपनी इंडिया में दिल्ली में है और हमारे पडोसी देश पाकिस्तान में भी. एक चीज़ हमने नोटिस किया है कि हमारे देश भारत में इसके कफ़ सिरप का नाम 'सदुरी' है जबकि पाकिस्तानी प्रोडक्ट का नाम 'सुदुरी' है पर दोनों का कॉम्बिनेशन सेम है
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