जैसा कि आप सभी जानते हैं कि एलो वेरा बड़े काम की चीज़ है जिसका इस्तेमाल हेल्थ ड्रिंक के अलावा बिमारियों को दूर करने और सौन्दर्य को बढ़ाने में भी किया जाता है
एलो वेरा से ही मुसब्बर बनाया जाता है, एलो वेरा का इस्तेमाल कई तरह से किया जाता है, एलो वेरा जेल, एलो वेरा की दवाइयां, एलो वेरा के ब्यूटी प्रोडक्ट्स वगैरह
इसे आसानी से घर पर गमले में भी उगाया जाता है, हर जगह आसानी से उगता है
एलो वेरा किसी परिचय का मुहताज नहीं है, अपने गुणों के कारण यह पूरी दुनिया में जाना जाता है
तो आईये अब जानते हैं इसके फायदे और इस्तेमाल के बारे में -
⦁ एलो वेरा विटामिन्स और खनिज लवणों से भरपूर होता है, इसमें 12 तरह के विटामिन और 18 मिनरल्स पाए जाते हैं
⦁ यह एक बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और शरीर में खून की कमी को दूर करता है
⦁ एलो वेरा का रस रोज़ ख़ाली पेट खाने से पेट साफ़ होता है, कब्ज़ दूर होती है और साथ ही लीवर की बिमारियों से बचाता है. खून साफ़ होता है और हिमोग्लोबिन की कमी को दूर करता है
⦁ ताज़े एलो वेरा का जूस 2 भाग और शहद एक भाग दोनों को मिलाकर चीनी मिट्टी के बर्तन में ढक्कन अच्छी तरह बंद कर 7 दिनों तक धुप में रखें. इसके बाद इसे छान कर रख लें. 10 से 20 ML तक खाना खाने के बाद लेने से लीवर की प्रॉब्लम दूर होकर लीवर मजबूत बनता है और कब्ज़ और वात विकार दूर होते हैं
⦁ एलो वेरा जेल को चेहरे पर लगाने से सौन्दर्य बढ़ता है, चेहरे की झुर्रियाँ दूर होती हैं और चेहरे की रौनक बढ़ती है
⦁ ताज़े एलो वेरा के गुदे में गेहूँ का आटा मिला कर आटा गुंद लें और इसकी रोटी बनाकर घी और गुड़ मिलाकर खाएं. ऐसी गुड़ रोटी सुबह नाश्ते में खाएं और दूसरा कुछ न खाएं. इसी तरह एक हफ्ता से पंद्रह दिन खाने से कैसा भी आमवात, गठिया या आर्थराइटिस हो ठीक हो जाता है
⦁ अगर एलो वेरा और नीम गिलोय का रस दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर पीया जाये तो आदमी हमेशा जवान रहता है बुढ़ापा कभी नहीं आता.
इसकी मिसाल एक सीनियर वैध जी ने बताया था कि उनके सामने एक ऐसा आदमी मौजूद है जिसकी उम्र उस टाइम 80 साल की थी, उसका घर बहुत ग़रीब था और उसको लाइफ में कभी पौष्टिक खाना नसीब नहीं हुवा और वह नॉन वेज से नफरत करता था
वह आदमी 20 साल की उम्र से लगातार एलो वेरा का इस्तेमाल करता आ रहा है. उसका कहना था कि "मैं रोज़ 4-5 एलो वेरा को छिल कर इसका गुदा खाता हूँ और ऊपर से नीम गिलोय को पिस कर उसका रस पीता हूँ, इसके सिवा लाइफ में कभी कोई दूसरी दवा नहीं खाया"
उस आदमी की हालत यह थी कि शरीर पर एक धोती और पगड़ी के अलावा कुछ नहीं पहनता था. कड़ाके की सर्दी हो या जेठ महीने की भयंकर गर्मी, हमेशा नंगे बदन और नंगे पैर रहता था. रात को भी उसे कुछ ओढ़ने की ज़रूरत नहीं रहती थी. उसके दाँतों की बत्तीसी मोती की तरह चमकदार और सुरक्षित थी. उसकी आवाज़ भी बिलकुल जवान आदमी की तरह थी. वह रोज़ चालीस मील तक बिना थके चल सकता था.
उसने अपने बेटों को भी इसका इस्तेमा कराया जिसकी वजह से उसका बेटा बिलकुल हट्टा-कट्टा और हेल्दी है. एक औसत दर्जे के आदमी से दुगुना-तिगुना मेहनत करता है. अब तक वो दो शादी कर चूका है और तीसरी की फ़िक्र में है. बिल्कुल सादा और कम कीमत का खाना खाता है. इस तरह कई लोगों मिसाल सामने आई है जिनको एलो वेरा से बहुत फ़ायदा हुआ है
⦁ कान में दर्द होने पर एलो वेरा के रस को गर्म कर दुसरे कान में रस डालने से फ़ायदा होता है
⦁ ग्लैंड या गिल्टी होने पर एलो वेरा का गूदा, रसौत और हल्दी तीनों को मिलाकर गर्म पर बाँध देने से गिल्टी या ग्रंथि बैठ जाती है
⦁ चोट लगने पर इसके गूदा और हल्दी मिलाकर चोट वाली जगह पर बांधने से फ़ायदा होता है. ऐसा ही ज़ख्म पर करने से ज़ख्म ठीक हो जाता है
⦁ जल जाने पर इसके गुदा में घी या बटर मिलाकर लगाना चाहिए
⦁ सर दर्द होने पर इसके गूदा में थोड़ी दारू हल्दी मिलाकर गर्म कर दर्द वाली जगह पर बाँधना चाहिए
⦁ अपरस होने पर इसके गुदा में फिटकरी मिलाकर लगाने से अपरस दूर होता है
एलो वेरा के रस को कड़ाही में हलकी आँच पर पकाया जाता है और जब यह गाढ़ा होकर सुख जाता है तो इसी को मुसब्बर या एलुआ भी कहा जाता है, इसके भी कई सारे इस्तेमाल हैं जैसे -
⦁ कब्ज़ होने पर मुसब्बर और बड़ी हर्रे का चूर्ण के इस्तेमाल से फ़ायदा होता है
⦁ गठिया, आर्थराइटिस में मुसब्बर, बड़ी हर्रे और मीठी सुरंजान सभी को बराबर वज़न में लेकर कूटकर सौंफ के अर्क में गोली बना कर खाना चाहिए
⦁ चोट लगने पर मुसब्बर और हल्दी मिलाकर लगाने से फ़ायदा होता है
एलो वेरा के इस्तेमाल से कई तरह स्वादिष्ट मिठाई जैसी दवा भी बनाई जाती है, इनमे से एक मैं यहाँ बता रहा हूँ -
बल वीर्य बढ़ाने वाला घृत कुमारी पाक -
एलो वेरा जूस 250 ग्राम, और गाय का घी 250 ग्राम दोनों को कड़ाही में डालकर पकाएं. जब सिर्फ़ घी बच जाये तो इसमें 125 ग्राम गेहूँ का आटा या मैदा मिलाकार भून लें और इसमें 250 ग्राम चीनी मिलाकर पाक तैयार करें या लड्डू बना लें
25 ग्राम एक पाक को खाकर दूध पीयें. सिर्फ़ चालीस दिनों के प्रयोग से शरीर में बल और वीर्य की अत्यंत वृद्धि हो जाती है और सेक्स पॉवर बढ़ जाता है.
एलो वेरा का आचार भी बनाया जाता है और कई सारी आयुर्वेदिक दवाएं एलो वेरा से बनती हैं जैसे कुमारीआसव, कुमारी घृत, एलुआदी वटी, प्लीहान्तक रस, रजः प्रवर्तनी वटी वगैरह
तो दोस्तों, ये थे एलो वेरा के फ़ायदे और इस्तेमाल जिन से कई तरह की बिमारियों में फ़ायदा लिया जा सकता है
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