हलो दोस्तों,
कैसे हैं आप सब? आशा करता हूँ अच्छे होंगे.
आज आप जानेंगे खाज-खुजली और फोड़े-फुंसी के आसान घरेलू ईलाज के बारे में
READ HERE ITS ENGLISH VERSION
अगर किसी को खुजली की बीमारी हो गयी हो इसका इस्तेमाल करना चाहिए जिसे मैं बताने जा रहा हूँ.
खाज-खुजली और फोड़े-फुंसी में स्वर्णक्षीरी का प्रयोग -
स्वर्णक्षीरी एक कंटीला पौधा है जो लगभग सभी जगह पाया जाता है. अगर आप गाँव में रहते हैं तो इसे आपने ज़रूर देखा होगा. यह दो प्रकार का होता है, एक पीले फूल वाला और दूसरा सफ़ेद फूल वाला. अक्सर बंजर भूमि में उगने वाले इस पौधे को शायेद ही कोई जानवर खाता हो. लोग इसे बेकार का पौधा समझते हैं पर है यह बड़े काम की चीज़.
इसके बीज काले सरसों के बीजों जैसे होते हैं इसकी जड़ और बीज का इस्तेमाल किया जाता है. बच्चे, बड़े किसी को भी खुजली हो गयी हो, खासकर गीली खुजली जिसमे मवाद भी आता है तो इसका प्रयोग रामबाण की तरह काम करता है.
तो आईये जानते हैं कि इसका इस्तेमाल कैसे करना है?
स्वर्णक्षीरी को उखाड़ लें और इसकी एक जड़ को साफ़ कर सिल पर पिस लीजिये 5-6 दाना काली मिर्च मिलाकर. और इसमें एक कप पानी मिलाकर अच्छी तरह मिक्स करें और छान लें.
इस छने हुए पानी को सुबह-सुबह ख़ाली पेट पीना है. 5-6 दिनों के प्रयोग से खुजली का नाश होता है. और फोड़ा-फुंसी भी दूर होते हैं.
जब एलोपैथिक दवा और इंजेक्शन भी काम न करें तो भी यह काम कर जाता है.
पस वाली खुजली पर इसका चमत्कारी प्रभाव है. मैंने कई रोगियों पर इसका प्रयोग का शत-प्रतिशत सफल पाया है.
पिने में कड़वा होता है. बच्चे पिने के बाद उलटी कर सकते हैं, उलटी न हो इसके लिए पिने के तुरंत बाद कुछ मीठी चीज़ बच्चों को देना चाहिए.
स्वर्णक्षीरी के पौधे के तने में अगर ब्लेड से हल्का चीरा लगाया जाये तो इसमें से पीले रंग का पानी निकलता है. इस पीले रंग के पानी को स्लाई से आँखों में लगाने से आँखों की रौशनी तेज़ होती है. इसके बीजों का प्रयोग चर्म रोग और काम शक्ति बढ़ाने में भी किया जाता है.
तो दोस्तों आपने जाना खाज-खुजली और फोड़े-फुंसी का आसान घरेलू ईलाज. इसी तरह की दूसरी जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट को सब्सक्राइब ज़रूर कीजिये.
जानकारी अच्छी लगी तो लाइक और शेयर कीजिये ताकि दुसरे लोग भी इसका फ़ायदा उठा सकें.
आज की जानकारी को सुनने के लिए निचे की विडियो को देखिये. कोई सवाल हो तो कमेंट के माध्यम से हम से पूछिये. आपके सवालों का स्वागत है. आज के लिए इतना ही. धन्यवाद्
Watch here
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें