वसंत कुसुमाकर रस आयुर्वेद की महान औषधियों में से एक है जो धातु, खनिज और जड़ी बूटियों के मिश्रण से तैयार एक श्रेष्ठ रसायन औषधि है. रसायन औषधि को साधारण बोल चाल में टॉनिक कह सकते हैं.
वसंत कुसुमाकर मतलब जैसे वसंत का मौसम आने पर कुसुम यानी फूल खिल जाते हैं ठीक उसी तरह इस दवा के इस्तेमाल से शरीर में नयी शक्ति, स्फूर्ति और उर्जा आती है और शरीर खिल उठता है.
वसंत कुसुमाकर रस प्रमेह और मधुमेह यानी शुगर की ख़ास दवा है. डायबिटीज या शुगर के वजह से होने वाली साधारण कमजोरी, सेक्स पॉवर की कमजोरी, पेशाब ज़्यादा होना, महिला और पुरुष की प्रजनन समस्या इत्यादि में बहुत ही फ़ायदेमंद है.
सोना, चाँदी, अभ्रक, मोती जैसे कीमती चीज़ों के मिश्रण से बनी यह दवा महँगी तो है पर बहुत ही असरदार है.
इसकी मात्रा - 1 से दो गोली सुबह शाम रोग के अनुसार उचित अनुपान के साथ लेना चाहिए. 125 मिली ग्राम की इसकी टेबलेट कई आयुर्वेदिक कंपनियां बनाती हैं.
तो आईये अब जानते हैं इसके इस्तेमाल के बारे में -
शुगर या डायबिटीज में - 1-1 गोली सुबह शाम 'शुगर क्योर चूर्ण' के साथ जो मैंने पिछले विडियो में बताया है या फिर कोई भी दुसरे शुगर में फायदा करने वाले अनुपान के साथ ले सकते हैं.
डायबिटीज के कारण होने वाली कमजोरी में- इसका इस्तेमाल दूध के साथ करना चाहिए. डायबिटीज के कारण होने वाली प्रोब्लेम्स को दूर करता है. शुगर की वजह से होने वाली सेक्स कमज़ोरी के लिए बहुत ही असरदार है.
नपुंसकता और वीर्य विकारों के लिए - 1-1 गोली सुबह शाम धारोष्ण दूध से या शहद और अश्व्गंधादी चूर्ण के साथ.
ह्रदय रोग और हार्ट की कमजोरी में - हार्ट डिजीज और हार्ट की कमजोरी में 1-1 गोली सुबह शाम शहद में मिलाकर अर्जुन क्वाथ या अर्जुनारिष्ट के साथ लेना चाहिए.
वसंत कुसुमाकर रस हार्ट और ब्रेन को मज़बूत बनाता है. इसके इस्तेमाल से शारीरिक और मानसिक कमजोरी दूर होती है. पुरुष रोग जैसे वीर्य का पतलापन, शीघ्रपतन, Impotency इत्यादि को दूर कर शरीर में नयी उर्जा प्रदान करता है. अधिक उम्र वाले लोगों के लिए यह एक बेहतरीन टॉनिक है.
महिलाओं के रोग जैसे प्रदर या ल्यूकोरिया, गर्भाशय की खराबी, कमजोरी, पीरियड की प्रॉब्लम, ज़्यादा पीरियड होना, कमर दर्द इत्यादि को दूर कर शक्ति और नयी उर्जा प्रदान करता है.
कुल मिलाकर देखा जाये तो आयुर्वेद की यह स्वर्णयुक्त औषधि वसंत कुसुमाकर रस बहुत की कारगर दवा है जिसके इस्तेमाल से कई तरह की बीमारियों में फ़ायदा लिया जाता है. इसका इस्तेमाल ज़्यादा दिनों तक लगातार नहीं करें. 1 से 3 महिना इस्तेमाल कर बीच में ब्रेक लेकर दुबारा इस्तेमाल कर सकते हैं. घर बैठे ऑनलाइन ख़रीदें निचे दिए लिंक से-
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