सहजन के फ़ायदे, शीघ्रपतन दूर करें, बिस्तर पर धमाल मचाएं | Sahjan Ya Mun Ga Ke Fayde | Benefits Of Drumstick for Early Discharge

सहजन जिसे मुरुंगा, मूनगा , सहजना, सजना, सूटी जैसे नामों से जाना जाता है दुनिया भर में सब्ज़ी के रूप में प्रचलित है. अंग्रेज़ी में इसे ड्रम स्टिक कहा जाता है 


इसके बारे में ज़्यादा बताने की ज़रूरत नहीं क्योंकि सभी लोग इसे जानते हैं 



पर इसके फ़ायदे और इस्तेमाल सभी लोग नहीं जानते, इसके इस्तेमाल से कई बीमारियों में फ़ायदा होता है, तो आईये जानते हैं इसे फ़ायदे और इस्तेमाल 


सहजन या मुनगा एक ऐसा पेड़ है जिसका हर चीज़ इस्तेमाल में आता है जैसे इसकी जड़, छाल, पत्ती, फूल, फल और इसका गोंद 





सहजन में विटामिन A, विटामिन C, कैल्शियम, पोटैशियम और प्रोटीन, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन बी काम्प्लेक्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं 
यह एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है और रोग प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाता है 


सहजन की सब्ज़ी खाने से जोड़ों के दर्द, गठिया, साइटिका और हड्डियों की कमज़ोरी में फ़ायदा होता है 



इसके पत्तों का साग बनाकर या दाल में मिलकर पका कर खाने से कब्ज़ दूर होता है, पेट की गैस और पेट के रोगों में फायदेमंद है, इस से बुढ़ापा भी दूर होता है और आँखों की रौशनी तेज़ होती है 


इसकी पत्तियों को पीसकर चोट और ज़ख्म पर लगाने से फ़ायदा होता है 
इसके फूल की सब्ज़ी और आचार भी बनाया जाता है, यह पाचन को ठीक कर भूख बढ़ाता है और कफ़ में भी फ़ायदा करता है 


सहजन के फलों की सब्ज़ी पेट के रोगों के लिए बहुत ही फ़ायदेमंद है 
इसकी सब्ज़ी के इस्तेमाल से किडनी और मूत्राशय की पत्थरी में फ़ायदा होता है 


इसके फली की सब्ज़ी या सूप बनाकर पीने से यौन शक्ति बढ़ती है और सेक्स प्रॉब्लम दूर होती है. साउथ इंडिया के लोग इसे नेचुरल वियाग्रा की तरह इस्तेमाल करते हैं 


250 ग्राम इसकी फली को लेकर उबाल कर सूप बना लें और इसमें हल्दी, लहसुन और मिर्च का तड़का लगा कर पी जाएँ, रोज़ ऐसा करने से आप बिस्तर पर धमाल मचा सकते हैं 


शीघ्रपत के लिए-



आज के इस बदलते समय में शीघ्रपतन रोग निरंतर बढ़ता चला जा रहा है, जिससे बचने के लिए रोगी को सहजन की छाल को सुखाकर उसका पाउडर बनाना है और उसमें शहद और पानी मिलाकर उसका सेवन करना है. इसे शीघ्रपतन का अचूक इलाज माना जाता है, इसलिए रोगी इसे करीब एक सप्ताह तक तो जरुर अपनाएँ, तभी उन्हें मनवांछित फल प्राप्त होता है. यह वीर्य को बढ़ाता और वीर्य को गाढ़ा भी करता है 





इसके जड़ की छाल या तने की छाल का काढ़ा बनाकर इसमें पीने से साइटिका, गठिया और कमर दर्द की बीमारी दूर होती है 


साइटिका में इसके जड़ की छाल के काढ़े में सोंठ और हिंग मिलाकर पीने से साइटिका का दर्द दूर होता है, इसके बारे में मैंने एक विडियो में डिटेल बताया है 


इसके पत्तों का रस पिने से ब्लड प्रेशर कम होता है और कोलेस्ट्रॉल भी कमता है 


सहजन के पत्तों का रस बच्चों को पीलाने से पेट के कीड़े निकल जाते हैं और उलटी दस्त में भी फ़ायदा होता है 


इसके बीज के पाउडर को पानी शुद्ध करने के लिए भी मिलाया जाता है, यह नेचुरल क्लोरीन की तरह पानी से बैक्टीरिया को मार देता है 


सहजन का गोंद अस्थमा में फ़ायदा करता है 


इसका सूप पीने से खून साफ़ होता है त्वचा के विकार दूर होते हैं, किल, मुहांसे, पिम्पल वगैरह दूर होते हैं 


सहजन की छाल के काढ़े से कुल्ला करने पर दांत दर्द और मसूड़ों के प्रॉब्लम दूर होते हैं






पित्ताशय की पत्थरी के लिए – पित्ताशय  की पथरी को बाहर निकालने के लिए आप इसकी छाल, सेंधा नमक और हिंग को मिलाकर एक काढा तैयार करें. उस काढ़े को रोज़ इस्तेमाल करें , कुछ दिनों के प्रयोग के बाद आपको खुद ही फर्क नजर आने लगेगा



टीबी और अस्थमा के लिए – 

अगर आप सहजन की पत्तियों का सूप बनाकर उसका इस्तेमाल करेंगे तो आपको टीबी, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी समस्या से भी निजात मिलती है, सूप की गुणवत्ता और स्वाद को बढाने के लिए आप उसमें नीम्बू का रस, सेंधा नमक और काली मिर्च भी मिलाना चाहिए 


मिर्गी या  Epilepsy के लिए –



 वे लोग जिन्हें मिर्गी के दौरे पड़ते है उन्हें सहजन की जड़ से काढा तैयार करना है, काढ़े में आप सेंधा नमक और हिंग डालकर पियें. इस उपाय को आप कुछ दिनों तक नियमित रूप से अपनाएँ. आपको शत प्रतिशत आराम मिलेगा



कुल मिलाकर देखा जाये तो सहजन एक चमत्कारी फल है जिसके कई सारे फ़ायदे हैं. तो इसकी सब्ज़ी का इस्तेमाल ज़रूर कीजिये और बीमारियों को दूर कर स्वस्थ रहिये 

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